ज्वैलर्स एसोसिएशन ने राम मंदिर की आधार शिला के लिए भेंट की 33 किलो चांदी की ईंट

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण (Ram Mandir in Ayodhya) के लिए भूमि पूजन के लिए भव्य तैयारियां चल रही हैं। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम की तारीख 5 अगस्त को तय की गई है। उधर, मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास का कहना है कि मंदिर निर्माण के लिए लोगों से सहयोग लिया जाएगा। हालांकि, मंदिर निर्माण की खुशी में लोगों ने खुद भी दान करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएसन ने राम मंदिर की आधारशिला के लिए मंगलवार को रामलला को 33 किलो चांदी की ईंट भेंट की जिसे ट्रस्ट के सदस्य डॉ अनिल मिश्रा ने प्राप्त किया।

खबर है कि 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अभिजीत मुहूर्त में ‘सर्वार्थ सिद्धि योग’ में राममंदिर का भूमि पूजन करेंगे। ताम्र कलश में गंगाजल और अन्य तीर्थों का जल लाकर पूजन किया जाएगा। राम मंदिर के भूमि पूजन में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास लगभग 40 किलो चांदी की श्रीराम शिला को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 40 किलो चांद की श्रीराम शिला का पूजन करेंगे और इसे स्थापित करेंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के मुताबिक, करीब 40 किलो चांदी की श्रीराम शिला से भूमि पूजन होगा और 3:30 फिट गहरी भूमि में 5 चांदी की शिलाएं रखी जाएंगी, जो 5 नक्षत्रों का प्रतीक होगा।

माना जाता है कि अभिजीत मुहूर्त में भगवान राम का जन्म हुआ था। यही वजह है कि राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए इस मुहूर्त का चय किया गया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि सोमपुरा ही मंदिर का निर्माण करेगा। सोमनाथ मंदिर को भी इन्हीं ने बनाया था। भूमिपूजन के लिए पंडित भी प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी से ही आएंगे। तीन से साढ़े तीन साल के समय में मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। मंदिर ट्रस्ट इसमें सरकार से पैसा नहीं लेगा। जो दान पहले आया है वो उपयोग किया जाएगा, इसके अलावा कोरोना संकट से उबरने के बाद ट्रस्ट 10 करोड़ लोगों से मंदिर के लिए दान लेने पर भी विचार कर रहा है।

शिलान्यास कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी के अलावा, संघ प्रमुख मोहन भागवत, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कई राज्यपालाें समेत शीर्ष संत-धर्माचार्य, मंत्री, संघ-विहिप के पदाधिकारी शामिल हो सकते हैं। इसके साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी राम मंदिर (Ram Mandir) के भूमि पूजन (Foundation Stone) में शामिल हो सकते हैं। हालांकि अभी तक उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को अयोध्या आने का कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक न्योता मिलने के बाद ही वो आने का कोई फैसला करेंगे। बता दें पिछले साल महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे ने अयोध्या का दौरा किया था। उद्धव के अयोध्या दौरे के समय उनकी पत्नी और बेटे आदित्य ठाकरे भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद इस साल मार्च में भी ठाकरे अयोध्या गए थे। जहां उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये देने का ऐलान किया था। मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा जा रहा है कि इस भव्य कार्यक्रम के लिए करीब 300 लोगों को निमंत्रण भेजा जाएगा।

पुराने मॉडल से कितना अलग होगा नया मंदिर

कामेश्वर चौपाल ने बताया कि मॉडल में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। लेकिन भव्यता के लिए ऊंचाई और दिव्यता के लिए थोड़ी चौड़ाई बढ़ा दी जाएगी। जब उनसे पूछा गया कि पहले तीन गुंबद थे और अब पांच गुंबद हो जाएंगे तो इस पर उन्होंने कहा कि उनका जवाब था कि पहले नाप 47 हजार स्क्वाएर फिट थी अब 57 हजार स्काएर फिट हो जाएगी तो पांच गुंबद भरने हैं और अब मंदिर की ऊंचाई 161 फिट हो जाएगा।

क्या हुआ परिवर्तन

- पहले मंदिर में तीन शिखर थे अब 5 शिखर होंगे
- पहले मंदिर का निर्माण का एरिया 47000 स्काएर फिट था अब 57000 स्क्वएर फिट होगा।
- पहले मंदिर की ऊंचाई 128 फिट थी अब 161 फिट होगी।
- मंदिर परिसर के चारो ओर सीता जी, लक्ष्मण, भरत जी और गणेश जी के 4 मंदिर बनाने की बात भी राय आई है।
- मंदिर का एरिया 67 एकड़ से ज्यादा बढ़ाने की भी राय है।