सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस रोजाना चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब अंकित सिरसा नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। 19 साल के अंकित सिरसा ने मूसेवाला को सबसे सबसे नजदीक से गोली मारी थी। हैरान कर देने वाली बात यह है कि सिद्धू मूसेवाला से पहले अंकित सिरसा ने किसी की जान नहीं ली थी। मतलब मूसेवाला की हत्या ही उसका पहला मर्डर था। बता दें कि अंकित सिरसा को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसके साथी सचिन चौधरी के साथ रविवार रात (3 जुलाई) को ही गिरफ्तार किया था। दोनों को दिल्ली में कश्मीरी गेट के पास से पकड़ा गया है। सचिन चौधरी ने शूटरों की मदद की थी। वह हरियाणा के भिवानी का रहने वाला है। वहीं अंकित हरियाणा के सिरसा का रहने वाला था।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार अंकित सिरसा ने चार महीने पहले ही लॉरेंस बिश्नोई का गैंग ज्वाइन किया था। वह 9वीं पास था और उसके बाद ही अपराध के अंधेरे में कूद गया था।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुताबिक, सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद दो और लोग इनके टारगेट पर थे। इन दोनों की हत्या के बाद इनका विदेश भागने का प्लान था।
बता दें कि अंकित सिरसा एक अन्य बदमाश प्रियव्रत फौजी के साथ उसकी गाड़ी में ही सवार था। प्रियव्रत और अंकित एक साथ भागे थे। प्रियव्रत को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इससे पहले तक अंकित और प्रियव्रत गुजरात में छिपे थे। दोनों 7 जून तक कच्छ में रहे। प्रियव्रत उस दौरान बिना मास्क के घूमने लगा था। तब उसको पकड़ा गया था।
पंजाब पुलिस की तीन वर्दी भी मिलीइन दोनों के पास से एक 9MM की पिस्टल, 10 जिंदा कारतूस, एक 30MM की पिस्टल, 9 जिंदा कारतूस मिले हैं। इनके पास से पंजाब पुलिस की तीन वर्दी भी मिली हैं। पुलिस की वर्दी इसलिए रखी थी ताकि कभी जरूरत पड़े तो भागने में मदद मिले। इसके अलावा इनके पास दो मोबाइल फोन भी मिले।
29 मई को हुआ था सिद्धू मूसेवाला का मर्डरबता दें कि सिद्धू मूसेवाला को 29 मई 2022 को मारा गया था। उस दौरान वह अपने दो दोस्तों के साथ महिंद्रा थार कार से अपनी मौसी के घर जा रहा था। रास्ते में सिद्धू की थार के पीछे दो गाड़ियां लग गई थी। रास्ते में दोनों गाड़ियों ने थार को रोककर उसपर अंधाधुंध फायरिंग की थी। इसमें सिद्धू की मौत हो गई थी, वहीं दोनों दोस्त जख्मी हो गये थे। सिद्धू पर 30 से ज्यादा गोलियां चलाई गई थीं। बाद में सामने आया कि सिद्धू को लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने मरवाया है। लॉरेंस खुद सिद्धू को विक्की मिड्डूखेड़ा नाम के शख्स की हत्या का जिम्मेदार मानता है। लॉरेंस गैंग का आरोप है कि सिद्धू ने ही विक्की को मरवाया था और शूटर्स को पनाह दी थी। सिद्धू की हत्या में लॉरेंस के साथ-साथ गोल्डी बराड़ का नाम आया है। जो कि कनाडा में रहता है। अबतक की जांच में यह सामने आया है कि लॉरेंस और गोल्डी ने मिलकर इस हत्या के प्लान को अंजाम दिया है।