नायडू की अपील लेकर सीजेआई की कोर्ट में पहुंचे थे सिद्धार्थ लूथरा, कोर्ट ने कहा आज सुनवाई नहीं, आप कल आइए

नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के सीएम रहे चंद्रबाबू नायडू अपने ऊपर दर्ज केस को खारिज कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट की दहलीज पर पहुंचे थे। उनके वकील ने सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ से दरख्वास्त की कि उनकी अर्जी पर तुरंत सुनवाई की जाए। सीजेआई ने अपनी कोर्ट की लिस्ट को चेक कराया तो उसमें नायडू की याचिका का जिक्र नहीं था। उन्होंने नायडू के वकील से कहा कि आज सुनवाई नहीं हो पाएगी। आप कल आइए।

नायडू के खिलाफ आंध्र प्रदेश की पुलिस ने केस दर्ज किया है। स्किल डेवलपमेंट स्कैम को लेकर पुलिस ने लंबी जांच के बाद नायडू को आरोपी बनाया है। उनसे पहले पुलिस 36 आरोपियों पर शिकंजा कस चुकी है। नायडू 37वें आरोपी हैं। पूर्व सीएम फिलहाल जेल में बंद हैं। उन्होंने इससे पहले आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट से केस दर्ज करने की अपील की थी। हाईकोर्ट ने दोनों पक्षों की जिरह सुनने के बाद नायडू की याचिका को खारिज कर दिया। नायडू की तरफ से हाईकोर्ट में हरीश साल्वे के साथ सिद्धार्थ लूथरा पेश हुए थे। जबकि सरकार की पैरवी मुकुल रोहतगी ने की थी।

हाईकोर्ट से याचिका खारिज होने के बाद नायडू की लीगल टीम ने सुप्रीम कोर्ट में स्पेशल लीव पटीशन दाखिल की थी। सोमवार को उनके वकील सिद्धार्थ लूथरा सीजेआई के सामने पेश हुए और अपनी याचिका की तुरंत सुनवाई की मांग की। सीजेआई ने लिस्ट चेक कराई तो उसमें उनकी रिट का कहीं कोई जिक्र नहीं था। चंद्रचूड़ ने कहा कि आउट ऑफ टर्न सुनवाई वो नहीं कर सकते हैं। लूथरा को कहा गया कि मंगलवार को आइए।

हालांकि लूथरा ने कहा कि आंध्र प्रदेश की सरकार राजनीतिक दुश्मनी निकालने के लिए नायडू को निशाना बना रही है। अगर सुप्रीम कोर्ट दखल नहीं देता है तो वहां लोकतंत्र ही नहीं बचेगा। उनका कहना था कि एक साजिश के तहत नायडू को फंसाया गया है। सीआईडी उनको लगातार रिमांड में रख रही है। सुप्रीम कोर्ट से उनकी अपील थी कि नायडू पर दर्ज केस को रद्द किया जाए। वो जांच में हर तरह से सहयोग करने को तैयार हैं।