श्रद्धा मर्डर केस: केंद्रीय मंत्री ने बोले, लिव-इन रिलेशनशिप से बढ़ रहे अपराध, पढ़ी-लिखी लड़कियों को ऐसे रिश्तों में नहीं आना चाहिए

श्रद्धा मर्डर केस में पुलिस सबूतों की तलाश में लगी हुई है। दिल्ली पुलिस आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को लेकर महरौली के जंगलों में पहुंची और श्रद्धा के बॉडी पार्ट्स बरामद करने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि अभी तक 10 बॉडी पार्ट्स बरामद हुए हैं। हालांकि पुलिस ने इस बारे में कोई बयान नहीं दिया है। उधर, गुरुवार को केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप अपराध को जन्म दे रहे हैं और सुझाव दिया कि शिक्षित लड़कियों को ऐसे रिश्तों में नहीं आना चाहिए। यह टिप्पणी महरौली हत्याकांड की पृष्ठभूमि के खिलाफ आई है जिसमें आफताब पूनावाला ने श्रद्धा वाकर का बेरहमी से कत्ल कर दिया था।

कौशल किशोर ने श्रद्धा वाकर हत्या मामले का जिक्र करते हुए कहा कि शिक्षित लड़कियां लिव-इन रिलेशनशिप के लिए माता-पिता को छोड़ने के लिए जिम्मेदार हैं, जिससे अपराध को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने सुझाव दिया कि उन्हें इसके बजाय कोर्ट मैरिज करनी चाहिए। यह लड़कियों की भी जिम्मेदारी है, क्योंकि वे अपने माता-पिता को छोड़ देती हैं, जिन्होंने उन्हें वर्षों तक पाला है। वे लिव-इन रिलेशनशिप में क्यों रह रही हैं। यदि उन्हें ऐसा करना ही है, तो इसके लिए उचित पंजीकरण होना चाहिए। अगर माता-पिता सार्वजनिक रूप से ऐसे रिश्तों के लिए तैयार नहीं हैं, तो आपको कोर्ट मैरिज करनी चाहिए और फिर साथ रहना चाहिए।

उन्होंने कहा, 'ऐसी घटनाएं उन सभी लड़कियों के साथ हो रही हैं जो पढ़ी-लिखी हैं और सोचती हैं कि वे बहुत स्पष्टवादी हैं और अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेने की क्षमता रखती हैं। ऐसी लड़कियां इसमें फंस जाती हैं। लड़कियों को ध्यान रखना चाहिए कि वे ऐसा क्यों कर रही हैं।'

उन्होंने कहा, 'पढ़ी-लिखी लड़कियां जिम्मेदार हैं क्योंकि पिता और मां दोनों रिश्ते के लिए मना कर देते हैं। पढ़ी-लिखी लड़कियों को ऐसे रिश्तों में नहीं आना चाहिए। मंत्री ने यह भी कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप क्या है, यह अपराध को जन्म दे रहा है और यह गलत बात है और लोग इसके परिणाम भुगत रहे हैं।'

हालाकि, उनके इस बयान पर शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने उनके इस्तीफे की मांग की है। शिवसेना सांसद चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, अगर @PMOIndia वास्तव में महिला शक्ति के बारे में जो कहते हैं, उसके मायने हैं तो उन्हें इस केंद्रीय मंत्री को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए। हम महिलाएं समाज में इस तरह के पितृसत्तात्मक बकवास का बोझ और नहीं उठा सती हैं। आश्चर्य की बात है कि उन्होंने यह नहीं कहा कि इस देश में पैदा होने के लिए लड़कियां जिम्मेदार हैं। शर्मनाक, हृदयहीन और क्रूर, सभी समस्याओं के लिए महिला को दोष देने की मानसिकता लगातार पनप रही है। किशोर केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री हैं।