श्रद्धा वालकर हत्याकांड: पुलिस को अब भी इन 5 अहम सुरागों की तलाश, तिहाड़ जेल में कड़ी सुरक्षा में आफताब

श्रद्धा वालकर मर्डर का आरोपी आफताब अमीन पूनावाला 3 दिन तक पॉलीग्राफ टेस्ट का सामना करने के बाद जेल पहुंचा है। 28 नवंबर को सोमवार को एक बार फिर उसका पॉलीग्राफ टेस्ट होना है, जिसमें बचे हुए सवाल पूछे जाएंगे। हालांकि अभी तक पूछे गए सवालों का सही जवाब न देकर वह पुलिस को चकमा दे चुका है। वह कई सवालों पर चुप रहा। कई सवाल टाल गया। कई सवालों के आधे-अधूरे जवाब दिए तो कई पर मुस्कुराता रहा। अब पुलिस बचे हुए सवालों के लिए सोमवार को पॉलीग्राफ टेस्ट कराएगी। वहीं सूत्रों की मानें तो आफताब का 5 दिसंबर को नार्को टेस्ट कराया जा सकता है।

FSSL के सहायक निदेशक व पीआरओ संजीव गुप्ता ने बताया कि आफताब का सोमवार को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाएगा। पॉलीग्राफ टेस्ट में कई सेशन होते हैं, जो शेष बचे थे, वही पूरे किए जाएंगे। पिछला सेशन जब हुआ था, तो सेहत संबंधित परेशानी थी। इस वजह से कुछ रह गया था। नार्को टेस्ट के लिए हमारा लैब और हमारी तैयारी पूरी है। ये कब होगा, इसकी जानकारी हमें नहीं है। अफताब टेस्ट के दौरान सहयोग कर रहा है या नहीं, ये हम जांच एजेंसी को ही बताएंगे, ये गोपनीय मामला है।

बता दें कि पुलिस को अभी आफताब पर शिकंजा कसने के लिए कई सबूत तलाशने होंगे। जिन सबूतों से सबसे बड़ी मदद मिल सकती थी, वो अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं।

पुलिस को अब भी इन 5 अहम सुरागों की तलाश

-श्रद्धा का सिर
-बॉडी के सारे टुकड़े और इनकी डीएनए रिपोर्ट
-आरी, जिससे कत्ल किया था
-श्रद्धा के कपड़े, जो कत्ल के वक्त पहने थे
-श्रद्धा का मोबाइल

कड़ी सुरक्षा में आफताब

तिहाड़ जेल में आफताब की सुरक्षा में सारे एहतियाती इंतजाम किए हैं। सुरक्षा के लिहाज से उसको अलग सेल में रखा गया है। ये ऐसी सेल है, जिसमें उसके साथ कोई कैदी नहीं है। सेल के बाहर हर वक्त एक पुलिसकर्मी तैनात रहता है, जो उस पर नजर रखता है। ये वो सेल होती है, जिससे कैदी को जल्दी नहीं निकाला जाता। तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरे की भी आफताब पर नजर है। आफताब को खाना देने से पहले उसकी भी जांच की जाती है।

आफताब केस की सुनवाई भी शनिवार को खास अंदाज में हुई। पुलिस ने जज से गुजारिश की कि अस्पताल में ही स्पेशल कोर्ट लगाकर सुनवाई कर ली जाए। इस पर जज राजी हो गए और अस्पताल पहुंच गए, जहां सुनवाई के बाद आफताब को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का फैसला किया गया।