जयपुर : ऐसी लापरवाही कि डेंटिस्ट ही करने लगे कोविड मरीजों का इलाज, बेच डाले प्रशासन से लिए 1000 ऑक्सीजन सिलेंडर

कोरोना के इलाज में टाेंक राेड स्थित शिवम अस्पताल में बड़ी लापरवाही और धांधली सामने आई थी जहां डेंटिस्ट ही कोविड मरीजों का इलाज करने लगे और प्रशासन से लिए 1000 ऑक्सीजन सिलेंडर बेच डालने की शिकायत सामने आई। शिकायतों के बाद 28 अप्रेल काे आरएएस शिप्रा शर्मा काे नाेडल अधिकारी बनाया गया। शिप्रा शर्मा ने रिपोर्ट कलेक्टर को साैंपी थी। इसके चलते 9 मई काे कलेक्टर ने अस्पताल को सीज करवाया। दूसरी ओर, कलेक्टर नेहरा ने सीएमएचओ ने मेडिकल नियमों के अनुसार अस्पताल संचालकों पर कड़ी कारवाई के निर्देश दिए हैं।

अस्पताल की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि काेराेना संक्रमण बढ़ने के बाद काेराेना मरीजों का उपचार डेंटिस्ट कर रहे थे। अस्पताल में काेई भी क्वालिफाइड डॉक्टर नहीं था। डॉक्टरों के नाम केवल अस्पताल के स्वागत कक्ष में लगे बाेर्ड पर ही लिखे थे। चाैकाने वाली बात सामने आई कि संचालक, अस्पताल में फर्जी मरीजों काे भर्ती दिखाकर 20 दिन में प्रशासन से 1000 ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर बेच डाले थे। अधिकारियों का मानना है कि करीब 50 से 60 लाख रुपए की ऑक्सीजन बेची है। यह सिलसिला 3 मई तक जारी रहा। इसके बाद भी 4 मरीजों मई काे गंभीर बताकर 17 सिलेंडर प्रतिदिन ऑक्सीजन के मंगवाए जा रहे थे।

शिवम अस्पताल के संचालक जिले में ऑक्सीजन की का जिम्मा देख रहे आईएएस रवि जैन और एडीएम प्रथम व उप जिला कलेक्टर इकबाल खान मई काे फाेन पर अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हाेने और मरीजों के मरने की धमकियां देकर ऑक्सीजन मंगवाता था। मजबूरन दाेनाें अधिकारी अस्पताल की मांग के अनुसार 20 दिन तक सप्लाई देते रहे। 3 मई मई काे हुई बैठक के बाद 17 सिलेंडर किए गए थे।