मुम्बई। शरद पवार ने कहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा करने की कोई ज़रूरत नहीं है और गठबंधन सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा। यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब शिवसेना (यूबीटी) विपक्षी गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के तौर पर उद्धव ठाकरे की वकालत कर रही है।
पवार ने कहा कि गठबंधन का मुख्यमंत्री इस आधार पर होगा कि चुनाव में कौन सी पार्टी सबसे अधिक सीटें जीतती है - यह विचार पहले शिवसेना को पसंद नहीं आया था।
पवार ने कहा, सीएम का चेहरा घोषित न करने से कहीं कोई बाधा नहीं है। अभी इस बारे में सोचने की जरूरत नहीं है। किसे नेतृत्व करना चाहिए, यह संख्या के हिसाब से तय किया जाना चाहिए। चुनाव से पहले कोई व्यवस्था करने की जरूरत नहीं है।
एनसीपी सुप्रीमो ने आपातकाल के बाद की स्थिति का हवाला दिया, जब जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री के तौर पर मोरारजी देसाई के नाम की घोषणा की थी।
उन्होंने कहा, आपातकाल के बाद मोरारजी देसाई के नाम की घोषणा की गई थी। वोट मांगते समय उनके नाम की घोषणा नहीं की गई थी। इसलिए अब सीएम चेहरे की मांग करने की कोई जरूरत नहीं है। हम साथ बैठेंगे और लोगों का समर्थन मिलने के बाद हम एक स्थिर सरकार देंगे।