शांति निकेतन को मिला विश्व धरोहर का दर्जा, BJP और TMC में लगी श्रेय लेने की होड़

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के शांतिनिकेतन को विश्व धरोहर का दर्जा मिल गया है। यूनेस्को द्वारा उसे अपनी लिस्ट में शामिल कर लिया गया है। इस एक कीर्तिमान के बाद से ही भाजपा और तृणमूल कांग्रेस में श्रेय लेने की होड़ सी मच गई है। एक तरफ भाजपा के नेता इस फैसले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लीडरशिप से जोड़कर देख रहे हैं तो वहीं दूसरी टीएमसी नेता भी इसे सीएम ममता बनर्जी की मेहनत बता रहे हैं।

मोदी, ममता बनर्जी ने बोला

वैसे शांतिनिकेतन के यूनेस्को लिस्ट में शामिल होने के बाद दोनों नेताओं प्रधानमंत्री मोदी और ममता बनर्जी ने एक्स पर ट्वीट किया। पीएम मोदी ने इस मौके पर लिखा कि बहुत खुशी हो रही है कि गुरुदेव रबिंद्र नाथ टैगोर की सोच को आगे बढ़ाने वाले शांतिनिकेतन को यूनेस्को लिस्ट में शामिल कर लिया गया है। ये सभी भारतीयों के लिए गर्व वाला श्रण है। अब पीएम मोदी ने तो अपने ट्वीट में इसे सभी भारतीयों की जीत बताया, लेकिन सीएम ममता बनर्जी ये बताना नहीं भूलीं कि उनकी सरकार की तरफ से पिछले 12 सालों में शांतिनिकेतन के विकास के लिए काफी काम किया गया।

सीएम ममता बनर्जी ने एक्स पर लिखा कि बहुत खुशी हो रही है कि शांतिनिकेतन को यूनेस्को की लिस्ट में शामिल कर लिया गया है। बगाल सरकार ने पिछले 12 सालों में यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर पर काफी काम किया है, अब पूरी दुनिया इस जगह की अहमियत को मान रही है। जिन्हें भी बंगाल से प्यार है, टैगोर से प्यार है, उनके विचारों से प्यार है, सभी को बधाई। अब इन दोनों नेताओं के ट्वीट के बाद भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के बीच में एक क्रेडिट होड़ मच गई।

भाजपा बोली

सबसे पहले भाजपा नेता संबित पात्रा ने कह दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजेन की वजह से शांतिनिकेतन को यूनेस्को की लिस्ट में शामिल किया गया। इसी तरह भाजपा नेता और मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि शांतिनिकेनत का यूनेस्को लिस्ट में शामिल होना पीएम मोदी की तरफ से पूरे भारत को एक तोहफा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पीएम मोदी की लीडरशिप में ही ये मुमकिन हो पाया है क्योंकि वर्तमान सरकार ने देश की संस्कृति कोआगे बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए हैं। अब जब एक तरफ पीएम मोदी की तारीफ होती रही तो दूसरी तरफ से भी लगातार बंगाल की संस्कृति और सीएम ममता बनर्जी का गुणगान भी किया गया।