महाराष्ट्र के पालघर में गुरुवार की रात भीषण आग लग गई। जिसकी चपेट में करीब पांच केमिकल प्लांट आ गए। तारापुर के एमआईडीसी परिसर में स्थित एक केमिकल फैक्टरी का बॉयलर फटने के बाद लगी भीषण आग में तीन लोगों की मौत हो गई है। जबकि 15 लोग झुलस गए हैं। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार एक बॉयलर जिसमें कि इंडस्ट्रियल सॉल्वेंट था वह उच्च तापमान और प्रेशर की वजह से फट गया और आग लग गई। बोईसार पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अधिकारी ने कहा- धमाका इतना तेज हुआ कि उसकी आवाज 15 किलोमीटर के दायरे में सुनाई दी गई। पालघर तक इसकी कंपन महसूस की गई।
विस्फोट इतना तेज था कि उसकी आवाज कई किमी दूर तक सुनाई दी। सूचना मिलते ही पुलिस और दमकल की गाडिय़ां मौके पर पहुंच गई। कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया है।
विस्फोट महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डेवलेपमेंट कॉरपोरेशन के नोवाफेने स्पेशियलिटिज प्राइवेट लिमिटेड के ई-107 यूनिट में गुरुवार रात को करीब 11 बजे हुआ। कंपनी विशेष रसायन और कॉस्मेटिक परिरक्षक (प्रिजर्वेटिव्स) वाले एसिड और एसिड एनहाइड्राइड बनाता है। नोवाफेने से आग पास की फैक्ट्रियों में लग गई। जिसमें आर्ती ड्रग्स, प्राची फार्मास्युटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड, भारत व्यासन और यूनिमैक्स शामिल हैं। जहां प्राची लिमिटेड में आयोडीन नमक बनाया जाता है, वहीं आरती ड्रग्स में विटामिन और एंटीबायोटिक्स का निर्माण होता है। आरती ड्रग के स्टाफ सुनील यादव ने बताया कि रात में काम करते समय उन्होंने बहुत तेज विस्फोट की आवाज सुनी थी।
पालघर के जिला कलेक्टर प्रशांत नरनावरे घटनास्थल पर शुक्रवार तड़के पहुंचे और बताया कि आग को बुझाने और लोगों को बचाने का काम जारी है। करीब 11.30 बजे हमें घटना के बारे में पता चला। पुलिस मशीनरी, राजस्व मशीनरी और स्वास्थ्य मशीनरी साथ मिलकर काम कर रहे हैं और आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश की जा रही है। बचाव का हमारा कार्य जारी है।