कोरोना के कारण 33 लाख परिवारों पर आजीविका का संकट, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जारी की एक हजार रुपए की सहायता राशि

कोरोना के इस दौर में अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा हैं। कई लोगों को अपनी आजीविका चलाने में भी संकट का सामना करना पड़ा हैं। ऐसे में राजस्थान में कोविड-19 महामारी के कारण आजीविका का संकट झेल रहे 33 लाख जरूरतमंद परिवारों को गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा इस वर्ष की दूसरी किस्त के रूप में एक हजार रुपए की सहायता राशि जारी करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। यह सहायता कोरोना महामारी के कारण थड़ी-ठेला चलाकर गुजारा चलाने वाले, छोटे दुकानदारों, रिक्शा चालकों, निर्माण श्रमिकों, बीपीएल, स्टेट बीपीएल, अंत्योदय योजना में शामिल, स्ट्रीट वेंडर आदि ऐसे गरीब एवं असहाय परिवार, जिन्हें सामाजिक सुरक्षा योजना का लाभ नहीं मिल रहा है को दी जाएगी।

प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर कुल 330 करोड़ रुपए की राशि जारी की गई है। इनमें से 300 करोड़ रुपए आरआईएसएल और 30 करोड़ रुपए जिला कलक्टरों को ट्रांसफर किए गए हैं। यह राशि जरूरतमंद परिवारों के बैंक खातों में सीधे भेजी जाएगी। ऐसे परिवारों को संबल देने के लिए इस वित्तीय वर्ष की 1000 रुपए की पहली किस्त का वितरण माह अप्रैल 2021 में पहले ही किया जा चुका है।

गहलोत सरकार ने जारी किया था 1155 करोड़ का बजट

गहलोत सरकार ने कोविड की पहली लहर और लॉकडाउन के कारण आजीविका संकट से प्रभावित इन जरूरतमंद परिवारों को संबल देने के लिए वित्त वर्ष 2020-21 में भी प्रत्येक परिवार को 3,500 रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई थी। जिस पर राज्य सरकार ने 1 हजार 155 करोड़ रुपए वहन किए थे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट में इन परिवारों को दो किस्तों में अतिरिक्त सहायता राशि देने की घोषणा की थी। इस प्रकार राज्य सरकार ने संकट की घड़ी में कुल 1 हजार 815 करोड़ रुपए वहन कर अब तक प्रत्येक परिवार को 5,500 रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई है।