दूसरी बार साध्वी प्रज्ञा ने लोकसभा में माफी मांगी, कहा - मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया, मैंने गोडसे को देशभक्त नहीं कहा

भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने तीन घंटे के अंदर दूसरी बार लोकसभा में माफी मांगी है हालाकि उन्होंने यह भी कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। साध्वी ने लोकसभा में मैंने कभी भी नाथूराम गोडसे को देशभक्त नहीं कहा लेकिन फिर भी अगर किसी को मेरे द्वारा दिए बयान से ठेस पहुंची है तो मैं इसके लिए क्षमा चाहती हूं।

साध्वी प्रज्ञा ने दोबारा माफी मांगता हुए कहा कि मैंने 27 नवंबर को विशेष सुरक्षा समूह (संशोधन) विधेयक पर चर्चा के दौरान नाथूराम गोडसे को देशभक्त नहीं कहा, मैंने उसका नाम तक नहीं लिया लेकिन फिर भी मेरे बयान से किसी को खेद पहुंचा हो तो मैं क्षमा चाहती हूं।

इससे पहले दोपहर 12 बजे भी लोकसभा साध्वी प्रज्ञा ने माफी मांग ली थी, लेकिन उसके बावजूद विपक्ष ने हंगामा किया था। जिसके बाद लोकसभा स्पीकर ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, जिसमें ये तय हुआ कि साध्वी प्रज्ञा सदन में दोबारा माफी मांगेंगी।

साध्वी प्रज्ञा ने लोकसभा में अपने कथन पर खेद जताते हुए माफी मांगी, लेकिन इसी के साथ उन्होंने बिना नाम लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला भी बोल दिया। जिसपर विवाद हो गया।

साध्वी प्रज्ञा ने अपने बयान में कहा कि बीते घटनाक्रम में मैं सबसे पहले मेरे द्वारा की गई टिप्पणी से अगर किसी को ठेस पहुंची हो, तो खेद प्रकट कर मैं क्षमा चाहती हूं। परंतु मैं ये भी कहना चाहती हूं कि संसद में मेरे बयानों को तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है, मेरा कहना कुछ और था जिसे गलत रूप से प्रस्तुत किया गया है।

साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि महात्मा गांधी द्वारा देश के प्रति सेवा भाव का मैं सम्मान करती हूं। परंतु मैं सदन को ध्यान दिलाना चाहती हूं कि इसी सदन के एक माननीय सदस्य द्वारा मुझे सार्वजनिक तौर पर आतंकवादी कहा गया, मेरे साथ तत्कालीन सरकार द्वारा रचे गए षडयंत्र के बावजूद कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ है, जबतक कोर्ट से मुझे दोषी साबित नहीं किया जाता है मुझे आतंकवादी कहना कानून के खिलाफ है। साध्वी ने कहा बिना आरोप सिद्ध हुए मुझे आतंकवादी बताना एक महिला के नाते, सांसद के नाते, संन्यासी के नाते मेरे सम्मान पर हमला करके मुझे अपमानित करने का प्रयास किया गया है।

वही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह को आतंकवादी बताने वाली अपनी टिप्पणी पर कायम हैं। अपने खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की भाजपा की मांग के बारे में पूछे जाने पर गांधी ने कहा कि इससे उन्हें कोई समस्या नहीं है। राहुल गांधी ने कहा गोडसे भी हिंसा का प्रयोग करता था और यह (प्रज्ञा) भी हिंसा का प्रयोग करती हैं।