महाकुंभ में साध्वी हर्षा रिछारिया हुईं भावुक, आलोचनाओं और विवादों के बाद किया बड़ा ऐलान

प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान साध्वी हर्षा रिछारिया विवादों और आलोचनाओं के केंद्र में आ गई हैं। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद और अन्य संतों द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद साध्वी हर्षा भावुक हो गईं और महाकुंभ छोड़ने का बड़ा ऐलान कर दिया। साध्वी हर्षा ने एक भावुक वीडियो जारी कर महाकुंभ से वापस जाने की बात कही। इस वीडियो में उन्होंने शांभवी पीठाधीश्वर और काली सेना के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें जानबूझकर विवादों में घसीटा जा रहा है। साध्वी ने कहा कि स्वामी आनंद स्वरूप के बयान और लगाए गए आरोपों से वह बेहद आहत हैं। वह केवल एक साधारण श्रद्धालु की तरह सनातन धर्म का प्रचार करना चाहती थीं, लेकिन उनके खिलाफ लगातार उठाई जा रही उंगलियां और आलोचनाएं असहनीय हैं।

शाही स्नान के बाद बढ़ा विवाद


पहले शाही स्नान के दिन साध्वी हर्षा शाही रथ पर दिखाई दीं, जिसके बाद से उनकी आलोचना शुरू हो गई। शंकराचार्य समेत कई संतों ने उनके इस कदम पर सवाल उठाए। साध्वी हर्षा के गुरु स्वामी कैलाशानंद गिरि के मीडिया प्रभारी शगुन गौतम ने वीडियो जारी किया है। वीडियो में साध्वी ने स्पष्ट किया कि वह आलोचनाओं और विवादों से बेहद आहत हैं और महाकुंभ छोड़ने का निर्णय कर चुकी हैं। हालांकि, वह फिलहाल स्वामी कैलाशानंद के शिविर में रुकी हुई हैं और मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं।

भावुक वीडियो वायरल

साध्वी हर्षा का रोते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। सनातन धर्म के प्रचार में अपना योगदान देने के बावजूद उन पर लगाए गए आरोपों से वह बेहद दुखी हैं।