हिमाचल में दिखा चुके अपना असर, अब मध्यप्रदेश की 66 सीटों को साधने का काम करेंगे सचिन पायलट

राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को कांग्रेस ने मध्यप्रदेश चुनाव प्रचार में अपना स्टार प्रचारक बनाया है। उनको यह जिम्मेदारी उनके हिमाचल प्रदेश में मिली सफलता के बाद सौंपी गई है। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के चुनावों के दौरान सचिन पायलट को कांग्रेस के प्रचारक के तौर पर भेजा गया था, जहाँ सचिन पायलट ने 22 सभाओं का आयोजन किया था। उनकी सभाओं की सफलता आज हिमाचल में कांग्रेस की सरकार है। इसी को देखते हुए कांग्रेस ने मध्यप्रदेश की 66 सीटों को साधने का काम सचिन पायलट को सौंपा है।

आज सचिन पायलट मध्यप्रदेश के चुनावी दौरै पर हैं। सचिन पायलट अंतिम दौर में मावला- निमाड़ में कांग्रेस के प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करेंगे। गौरतलब है कि निमाड़-मालवा में अब तक राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे कमान संभाल चुके हैं। जबकि भाजपा से पीएम मोदी-योगी-शाह जैसे नेता प्रचार कर चुके हैं। सचिन पायलट कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल हैं। सोनकच्छ से कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मंत्री और विधायक सज्जनसिंह वर्मा के लिए पायलट 14 नवंबर को सभा करने सोनकच्छ के चौबाराधीरा आ रहे हैं। सबसे ज्यादा सीटों वाले इलाके मालवा-निमाड़ की 66 सीटों पर फोकस के लिए दोनों ही पार्टी भाजपा-कांग्रेस से कई बड़े नेता अब तक मैदान में उतर चुके हैं।

सचिन पायलट स्टार प्रचारक

उल्लेखनीय है कि इस बार एमपी चुनाव में कांग्रेस-भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है। भाजपा पिछले 18 साल से राज कर रही है। सियासी जानकारों का कहना है कि इस बार भाजपा को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस ने सचिन पायलट को स्टार प्रचारक बनाया है। पायलट के एमपी चुनाव में सक्रिय रहने से कांग्रेस को फायदा मिल सकता है। जानकारों का कहना है कि गुर्जर वोटर्स कांग्रेस के पक्ष में आ सकते हैं। सचिन पायलट का गुर्जर समुदाय में खासा प्रभाव है। इससे पहले पायलट को कांग्रेस ने हिमाचल चुनाव में स्टार प्रचारक बनाया था। हिमचाल में कांग्रेस के शानदार जीत हासिल हुई थी।


हिमाचल चुनाव में दिखा चुके है असर

इससे पहले कांग्रेस ने हिमाचल चुनाव में सचिन पायलट को भेजा था। राजस्थान से सचिन पायलट को कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव में प्रचार की कमान सौंपी थी, जिसका असर दिखने लगा। शुरूआती काउंटिंग के बाद हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस भाजपा को कड़ी टक्कर देकर सत्ता हासिल कर ली। राजस्थान में जारी सियासी उथल पुथल के बाद सचिन पायलट को हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक के तौर पर भेजा गया था। जहां सचिन पायलट ने 7-8 दिन तक करीब 22 सभाएं की और कई रैलियों का हिस्सा बने।