नई दिल्ली। बिहार के लोकप्रिय जमीन के बदले नौकरी घोटाला केस में राजद अध्यक्ष व पूर्व रेलमंत्री लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, राज्यसभा सांसद मीसा भारती (लालू परिवार) समेत अन्य आरोपितों को सोमवार को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में हुई सुनवाई में एक और राहत मिली है। लालू परिवार को अब सुनवाई के लिए कोर्ट नहीं आना होगा। इसी के साथ ही मामले की अगली सुनवाई दो नवंबर को होगी।
राउज एवेन्यू कोर्ट ने दी थी लालू परिवार को जमानत बता दें कि इससे पहले इस केस में चार अक्टूबर को राउज एवेन्यू कोर्ट की विशेष न्यायधीश गीतांजलि गोयल के समक्ष सुनवाई हुई थी। उस सुनवाई में कोर्ट ने लालू परिवार को 50 हजार के निजी मुचलके पर जमानत दी थी। उस सुनवाई के दौरान राज्यसभा सांसद मनोज झा लालू यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के साथ कोर्ट पहुंचे थे। बता दें मनोज झा लालू परिवार के काफी करीबी माने जाते हैं।
पिछड़े समाज की राजनीती करने बावजूद लालू यादव ने ब्राह्मण जाती से आने वाले मनोज झा को राज्यसभा भेजा था। और अभी हाल में ठाकुर के कुआं वाले कवीता राज्यसभा में पढ़ने के बाद भी लालू परिवार उनके साथ खड़ा था।
घोटाले में लालू परिवार आरोपीबता दें कि जमीन के बदले नौकरी घोटाले में सीबीआई ने हाल ही में आरोपपत्र दाखिल किया है। इसमें लालू प्रसाद यादव समेत उनके बेटे तेजस्वी यादव और अन्य को आरोपी बनाया गया है। 18 मई, 2022 को सीबीआई ने लालू यादव और उनकी पत्नी, दो बेटियों, अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
लालू यादव पर आरोप यह लगाया गया था कि 2004-2009 के बीच तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री ने रेल विभाग के ग्रुप डी में नियुक्ति के बदले में अपने परिवार के सदस्यों आदि के नाम पर जमीन लेकर आर्थिक लाभ प्राप्त किया था।