सलाखों के पीछे पहुंचा PM मोदी के बांग्लादेश दौरे के समय हिंदुओं के घर जलाने वाला कंट्टरपंथी

मार्च 2021 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश दौरे पर गए थे जिस दौरान कंट्टरपंथीयों ने हिंदुओं के प्रति भड़काते हुए हिंदुओं के घर जला दिए थे। इस मामले में अंतरराष्ट्रीय मीडिया का दबाव जब पड़ा तो शेख हसीना सरकार ने कट्टपंथियों पर कारवाई को अंजाम दिया। मोदी की भारत वापसी के बाद 300 लोगों को इस हिंसा के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। लेकिन कंट्टरपंथी नेता रिजवान रफीक और उसके कुछ साथी फरार हो गए थे। इसके बाद से उनका कुछ पता नहीं था। अब वह बांग्लादेश सरकार की गिरफ्त में है। अब बांग्लादेश सरकार ने कट्टरपंथी संगठन हिफाजत-ए-इस्लाम के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।

रिजवान को पुलिस ने देर रात किसी अज्ञात स्थान से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि ये नहीं पता है कि उसे कहां रखा गया है और उसके साथ कोई और भी गिरफ्तार हुआ है या नहीं इसकी कोई जानकारी नहीं है। साथ ही उसे गिरफ्तार करके तुरंत स्पेशल टीम के हवाले कर दिया गया था। बांग्लादेश के स्थानीय अखबार के मुताबिक एडिश्नल डिप्टी कमिश्नर इफ्तेखार उल इस्लाम ने बताया कि ऐसे खतरनाक इरादे वाले लोगों को हम नहीं बख्शेंगे जो बांग्लादेश नफरत और अलगाववाद का एजेंडा चलाना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी समूह के नेता शाहजहां चौधरी को मई में गिरफ्तार कर लिया गया था। उसे पुलिस ने चट्टोग्राम के हाथजारी इलाके से गिरफ्तार किया और चटगांव कोर्ट ने तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया था। बांग्लादेश के एक अखबार में छपी खबर के मुताबिक, चटगांव जिला पुलिस प्रमुख ने गिरफ्तार नेता के खिलाफ पर्याप्त सबूत होने का दावा किया था। पुलिस ने कहा था कि 26 और 27 मार्च को होने वाली हिंसा और बर्बरता में शाहजहां शामिल थे।