कश्मीर / अपनी मां से मिलने गांव आया था आतंकी रियाज नायकू, सुरक्षाबलों ने किया ढेर

जम्मू-कश्मीर के अवंतीपोरा के बेगपोरा में मंगलवार से जारी एनकाउंटर में सुरक्षाबलों को बहुत बड़ी कामयाबी मिली है। कश्मीर में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर रियाज नायकू को सुरक्षाबलों ने बुधवार को मार गिराया। पिछले काफी लंबे वक्त से सुरक्षाबलों को इस आतंकी की तलाश थी, कई बार उसे घेरा भी गया लेकिन इस बार वह बच नहीं पाया। पुलवामा में नायकू के गांव बेगपोरा में एक एनकाउंटर के दौरान नायकू मारा गया। सुरक्षाबलों को इस गांव में नायकू और उसके कुछ साथियों की मौजूदगी का इनपुट मिला था। मंगलवार को सुरक्षाबलों को इनपुट मिला था कि रियाज़ नायकू बेगपोरा आ रहा है, जो उसका ही गांव था। यहां वो अपने परिवार से मिलने आ रहा था और गांव में ही अपने अड्डे में छिपा हुआ था। रियाज़ नायकू अपनी मां की तबीयत का हाल जानने आया था। जैसे ही सुरक्षाबलों को इस बात का इनपुट मिला है, तो गांव को पूरी तरह से घेर लिया गया। जिस घर में रियाज नायकू छिपा हुआ था, वहां पर दो-तीन अन्य आतंकी भी छिपे हुए थे। जिन्हें अब सुरक्षाबलों ने ढेर कर दिया।

जिस घर में रुका हुआ था उसी को उड़ा दिया

शुरुआत में घेराबंदी करने पर फायरिंग नहीं हुई, लेकिन इसके बाद भी सुरक्षाबलों ने घेराबंदी नहीं हटाई। बाद में एनकाउंटर शुरू हुआ तो सुरक्षा बलों ने 40 किलो आईईडी से उस घर को उड़ा दिया, जहां से नायकू फायरिंग कर रहा था। इसमें नायकू और उसका साथी आदिल मारा गया। इस एनकाउंटर के बाद पूरे कश्मीर में एहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया है। बीएसएनएल के अलावा बाकी सभी फोन नेटवर्क भी बंद कर दिए गए हैं। आर्मी के प्रवक्ता कर्नल अमन आनंद ने बताया कि बेगपोरा में 2 आतंकी मारे गए, जबकि एक अन्य मुठभेड़ में 2 और आतंकी मारे गए। इस तरह 24 घंटे में 4 आतंकी मार गिराए गए। उनके हथियार भी जब्त किए गए हैं।

लोगों को आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए उकसाता था

जम्मू-कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने कहा कि कल सुबह से इसके खिलाफ सर्च अभियान चल रहा था, जो कि अब इसे मार दिया गया है। इसके साथ जितने अन्य आतंकी थे, उन सभी को मार गिराया गया है। विजय कुमार ने बताया कि रियाज नायकू कई तरह के हमलों में शामिल था, वो यहां लोगों को आतंकी संगठन में शामिल होने के लिए उकसाता था। अब अगर रियाज नायकू मारा गया है तो घाटी में आतंकी संगठन में भर्ती होने में कमी आएगी। रियाज़ नायकू अक्सर सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भड़काता था और अपनी ओर जोड़ने की कोशिश करता था। यही कारण रहा कि सुरक्षाबलों को एक लंबे वक्त से इस कमांडर की तलाश थी जो अब जाकर पूरी हुई।

12 लाख रुपए का इनाम था

बता दे, रियाज नायकू कश्मीर में सबसे ज्यादा समय तक सक्रिय रहने वाला आतंकी था। वह हिजबुल मुजाहिद्दीन के लिए काम करता था। उसे मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की ए++ कैटेगरी में रखा गया था। उस पर 12 लाख रुपए का इनाम भी था। वह कई पुलिसकर्मियों की किडनैपिंग और उनके मर्डर में शामिल था। 35 साल का नायकू मैथ्स टीचर था। वह कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला था। 2010 में कश्मीर में जारी उपद्रव के दौरान वह आतंकी बना था। यह उपद्रव टियरगैस शेल लगने से एक बच्चे तुफैल मट्‌टू की मौत के बाद शुरू हुआ था। महीनों तक कश्मीर में पत्थरबाजी होती रही और कर्फ्यू लगा रहा।