पुरी लोकसभा सीट : 11 हजार से ज्यादा वोटों से हारे संबित पात्रा

लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई में बीजेपी ने इतिहास रच दिया है। केंद्र की सत्ता में लगातार दूसरी बार वापसी करने वाली यह पहली गैर-कांग्रेसी सरकार होगी। 2014 में हुए लोकसभा चुनाव का रिकॉर्ड तोड़ते हुए बीजेपी अकेले अपने दम पर 300 से ज्यादा सीटों पर जीतती नज़र आ रही है। वहीं एनडीए भी 350 सीटों को पार कर गया है। अबतक के इतिहास में पहली बार हुआ है जब बीजेपी ने 300 का आंकड़ा छुआ है। इससे पहले 2014 में पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर 282 सीटों पर कब्जा किया था। अब ये तय हो चुका है कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे।

पिनाकी मिश्रा से 11 हजार वोटों से हारे

लेकिन इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा पुरी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे थे। जब कल नतीजे घोषित हुए तो भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता लोकसभा सीट पुरी से हार गए हैं। वहां उनका मुकाबला कांग्रेस के सत्य प्रकाश और बीजू जनता दल के प्रत्याशी पिनाकी मिश्रा से था। सबंति पात्रा अपने चुनावी प्रचार को लेकर भी काफी सुर्खियों में थे और प्रचार के दौरान उनकी कई तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल भी हुईं थी। संबित पात्रा, बीजू जनता दल के प्रत्याशी पिनाकी मिश्रा से 11 हजार वोटों से हारे हैं। बता दें कि ओडिशा की पुरी सीट पर तीन प्रवक्ताओं के बीच मुकाबला था। इस सीट पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और बीजू जनता दल के प्रत्याशी पिनाकी मिश्रा की बराबर टक्कर थी। लेकिन जब कल नतीजे घोषित हुए तो पिनाकी मिश्रा ने इस सीट से उन्हें मात दे दी। संबित पात्रा बीजेपी के प्रखर प्रवक्ताओं में से एक माने जाते हैं। अक्सर टीवी की ज्यादातर डिबेट में पार्टी की बात को प्रमुखता से रखते हैं। चुनाव की घोषणा होने के बाद से इस तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी उन्हें लोकसभा या विधानसभा का चुनाव लड़ा सकती है और अंत में पार्टी ने उन्हें पुरी लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया। पुरी संसदीय क्षेत्र ओडिशा के 21 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह क्षेत्र भगवान जगन्नाथ , सुभद्रा और बलभद्र की पवित्र नगरी है। यह क्षेत्र नीलगिरी, नीलाद्रि, नीलाचल, पुरुषोत्तम, शंखक्षेत्र, श्रीक्षेत्र, जगन्नाथ धाम, जगन्नाथ पुरी के नाम से भी जाना जाता है। लोकसभा चुनाव 2019 का मतदान इस बार 7 चरणों में था। 17वीं लोकसभा के गठन के लिए 542 सीटों के लिए चुनाव लड़ा गया।

समय का पल-पल, शरीर का कण-कण सिर्फ देशवासियों के लिए- मोदी

नरेंद्र मोदी और अमित शाह जीत के बाद दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पहुंचे और बीजेपी के करोड़ों कार्यकर्ताओं को शुक्रिया कहा। मोदी ने अपने भाषण में अपने संकल्प देश को बताए। ऐतिहासिक जीत के बाद पीएम मोदी ने तीन वचन दिए हैं। जिसमें उन्होंने पहला वचन दिया कि वो बदइरादे और बदनीयत से कोई काम नहीं करेंगे। वहीं मोदी ने दूसरा वचन देते हुए कहा कि मैं मेरे लिए कुछ नहीं करूंगा। पीएम का तीसरा वचन था कि उनके समय का पल-पल, शरीर का कण-कण सिर्फ देशवासियों के लिए है।

मायावती-अखिलेश को सिर्फ 15 सीटें

देशभर में पीएम मोदी का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोला। यूपी में मोदी लहर के सामने एसपी और बीएसपी का महागठबंधन टिक नहीं पाया। बीजेपी ने यहां दोनों के जातीय समीकरणों को ध्वस्त करते हुए 80 में से 64 लोकसभा सीटों पर कब्जा जमाया। विपक्ष के कई दिग्गज यहां अपनी सीट बचाने में भी नाकाम रहे। यहां मायावती और अखिलेश यादव के गठबंधन को सिर्फ 15 सीटें मिलीं।

मायावती ने फिर उठाए ईवीएम पर सवाल, कहा - बैलट पेपर से चुनाव कराए जाने चाहिए

मायावती ने चुनाव के परिणाम आने के बाद शाम को मीडिया से कहा, 'देश के राजनीतिक इतिहास में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन देखे हैं समाज के दलित उपेक्षित वर्गों की सत्ता में भागीदारी भी बढ़ी है लेकिन इसे भी अब ईवीएम के माध्यम से सत्ताधारी पार्टी (बीजेपी एंड कंपनी) ने पूरे तौर से हाईजैक कर लिया है।'

अपने गठबंधन के एक रहने का संदेश देते हुये मायावती ने कहा, 'देश में अप्रत्याशित परिणामों के बारे मे आगामी रणनीति बनाने के लिये हमारे गठबंधन बसपा-सपा और रालोद तथा हमारी तरह पीड़ित अन्य पार्टियों के साथ भी मिलकर आगे की रणनीति तय की जायेगी। ऐसा नहीं कि हम चुप बैठ जायेंगे। बीजेपी के पक्ष में आये अप्रत्याशित चुनावी परिणाम पूरी तरह से आम जनता के गले के नीचे से नही उतर पा रहे है।'

राहुल ने गंवाई अमेठी सीट

कांग्रेस की देश में करारी हार का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि राहुल गांधी ने अपनी परंपरागत सीट अमेठी भी गंवा दी। राहुल को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 38 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हराया। स्मृति को 3,11,992 मत मिले, जबकि इस सीट से वर्ष 2004, वर्ष 2009 और वर्ष 2014 में लाखों के अंतर जीतने वाले राहुल को इस बार मात्र 2,73,543 मत मिले। हालांकि, राहुल ने केरल की वायनाड सीट पर 431,770 मतों के रिकॉर्ड अंतर से जीत दर्ज की।