फाइजर व मॉडर्ना के टीके बन रहे परेशानी का कारण, हो रही दिल की दुर्लभ बीमारियां

अमेरिका में कोरोना वैक्सीन के रूप में फाइजर और मॉडर्ना के टीके लगाए जा रहे हैं। लेकिन इन टीकों को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं क्योंकि इनसे ह्रदय की दुर्लभ समस्याओं के करीब 800 मामले सामने आए हैं। अमेरिका में फाइजर और मॉडर्ना के टीकों के से इसकी जांच रोग नियंत्रण व रोकथाम केंद्र (CDC) कर रहा है। यह आंकड़ा टीका सुरक्षा को लेकर हुई एक बैठक में सामने आया है। यह जानकारी सामने आने के बाद अब सीडीसी के सलाहकार टीकों से पैदा हुई पेचीदगियों, मायोकार्डाइटिस और पैरिकार्डाइटिस की वजहों का पता लगाने के लिए 18 जून को बैठक करेंगे।

कुछ शोधकर्ताओं ने टीकों से पैदा हुई इन समस्याओं को लेकर चिंता जाहिर की है। बताया जा रहा है कि इनमें से आधे से ज्यादा परेशानियां 12 से 24 साल के आयुवर्ग के लोगों को हुई हैं, जबकि देश में करोड़ों टीकों में से केवल नौ फीसदी ही इस आयुवर्ग को लगे हैं। मायोकार्डाइटिस में ह्रदय की मांसपेशियों में तो पैरिकार्डाइटिस में ह्रदय के आसपास स्थित झिल्लियों में सूजन होने लगती है। 31 मई तक 216 लोगों को पहली खुराक के बाद और 573 लोगों को दूसरी खुराक के बाद मायोकार्डाइटिस या पैरिकार्डाइटिस का सामना करना पड़ा था। 16-17 साल आयुवर्ग में 79 और 18-24 साल के युवाओं में 196 मामले सामने आए।