शिक्षा विभाग की रैंकिंग में जयपुर को पछाड़ चुरू रहा शीर्ष पर, सबसे पीछे रहा प्रतापगढ़

हर महीने शिक्षा विभाग की ओर से जिलों की प्रतिस्पर्धा बढाने और बच्चों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा दिलाने के लिए रैंकिंग जारी की जाती हैं जिसके अनुसार जयपुर को पछाड़ चुरू शीर्ष पर रहा और सबसे पीछे प्रतापगढ़ रहा हैं। इसमें सुधार के लिए पीईईओ को अपने अधीन स्कूलों के 44 बिन्दुओं की सूचनाएं शाला दर्पण पर अपलोड करनी होती है, जिसमें शाला दर्पण पर जिले के स्कूलों में समुदाय से राशि प्राप्त करने वाले स्कूलों की संख्या की फीडिंग, ज्ञान संपर्क पोर्टल में प्राप्त राशि, बिजली, पानी की सुविधा, मासिक समीक्षा रिपोर्ट, बालसभा, उजियारी पंचायत से जुड़े स्कूल समेत अन्य 44 बिंदुओं को अपलोड करना होता है।

शिक्षा विभाग की ओर से हर माह शिक्षा रैंकिंग जारी की जाती है। पोर्टल में अपलोड की गई जानकारी के आधार पर ही रैंकिंग बनती है। इस कार्य में संस्था प्रधानों की अहम भूमिका है। संस्था प्रधानों की ओर से विद्यालयों में सुधार कार्य और परिवर्तन लागू किए जाने पर शाला दर्पण पोर्टल में अपलोड करना होता है।

राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से अगस्त माह की जारी की गई प्रदेश स्तरीय रैंकिंग चुरू प्रथम, जयपुर दूसरे और चित्तौड़गढ़ तीसरे, अलवर चौथे, हनुमानगढ़ पांचवें, गंगानगर छठें, पाली सातवें, सीकर आठवे, बीकानेर नवें, टोंक दसवें, भरतपुर 11वें, नागौर 12वें, दौसा 13, बूंदी 14वें और डूंगरपुर पंद्रहवें स्थान पर आ गया है। इस रैंकिंग में सबसे पीछे 33वें स्थान पर प्रतापगढ़, 32वें स्थान पर कोटा और 31वें स्थान पर धौलपुर रहा।