61 देशों में मनाया जाएगा रामलला प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव, विश्व हिंदू परिषद ने की पूरी तैयारी

नई दिल्ली। अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को भगवान रामलला की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। इसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। हाल ही में नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या के पुनर्विकसित स्टेशन और नए बने अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्‌डे को देश को समर्पित किया था। इसके साथ ही उन्होंने 6 नई वंदे भारत 2 अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई थी। अब 22 जनवरी को जो प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होने वाला है, उसे विश्वव्यापी बनाने की भी तैयारी की जा रही है। विश्व हिंदू परिषद द्वारा इसे लेकर पूरी तरह से तैयारी तेज कर दी गई है। विश्व के 61 देशों में विश्व हिंदू परिषद ने व्यापक तैयारी की है। इसके तहत 61 देशों में अयोध्या में होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनाया जाएगा। बता दें कि 61 देशों में रह रहे हिंदुओं ने यह आश्वस्त किया है कि उनके देश में 22 जनवरी को जगह-जगह पर प्राण प्रतिष्ठा का उत्सव मनाया जाएगा।

भारत में 20 करोड़ घरों तक अक्षत वितरित करने का लक्ष्य

इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद ने पूरे भारतवर्ष में 20 करोड़ घरों तक पूजित अक्षत का वितरण भी आज से शुरू कर दिया है। अक्षत वितरण का यह कार्यक्रम 15 जनवरी तक चलेगा। वहीं अगर महाराष्ट्र की बात करें तो विश्व हिंदू परिषद द्वारा महाराष्ट्र में लगभग 1 करोड़ घरों तक इस पूजित अक्षत के वितरित करने की संकल्पना ली गई है। अकेले नागपुर के 5 लाख घरों में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता पूजित अक्षत लेकर जाएंगे। वहीं विदर्भ में 25 लाख घरों तक पूजित अक्षत पहुंचाने का संकल्प लिया गया है। अक्षत वितरण के कार्यक्रम की आज से शुरुआत कर दी गई है और यह 15 दिनों तक चलने वाला कार्यक्रम होगा।

लगभग 5 लाख गांवों में वितरित की जाएगी पूजित अक्षत

विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री जी स्थाणुमालयन ने बताया कि भारत के लगभग 5 लाख गांवों में यह पूजित अक्षत वितरित की जाएगी। इसके साथ ही अयोध्या में बनने वाले भगवान राम के मंदिर का प्रतिरूप एक फोटो भी दिया जा रहा है, जिसे लोग अपने घर के पूजा घर में रखेंगे। एक निवेदन पत्रिका भी लोगों को दी जा रही है। विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी का कहना है कि उन्हें ऐसा लग रहा है कि 10 -15 दिनों के बाद 20 करोड़ का जो लक्ष्य रखा गया है उससे भी ज्यादा घरों तक अक्षत पहुंचा दी जाएगी। अक्षत देने के साथ-साथ अयोध्या आने का निमंत्रण भी दिया जा रहा है। साथ ही निवेदन किया जा रहा है कि 22 जनवरी को सब अपने घर पर ही दीया जलाएं। मंदिर में सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक पूजा पाठ करें।

विश्व हिंदू परिषद के लोगों का किया जा रहा स्वागत

विश्व हिंदू परिषद के नागपुर महानगर के प्रमुख प्रशांत तितरे ने बताया कि लोगों में काफी उत्साह दिख रहा है। नागपुर में 350 जगहों पर एक साथ मंदिरों में पूजित अक्षत की पूजा अर्चना की गई है। हर दिन, हर बस्ती में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता और उस बस्ती के लोग शामिल होकर पूजित अक्षत को घर-घर पहुंचाना शुरू करेंगे। आज नागपुर में 350 स्थानों से पूजित अक्षत का वितरण किया गया। विश्व हिंदू परिषद के लोग जब इस पूजित अक्षत को लेकर लोगों के घर जा रहे हैं तो लोग पूजित अक्षत की आरती उतार रहे हैं। साथ ही विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को टीका लगा रहे हैं और अयोध्या की फोटो को अपने पूजा घर में रख रहे हैं।

राम भक्तों में अयोध्या जाने की ललक


वहीं राम भक्तों का कहना है कि जब से प्राण प्रतिष्ठा की तिथि तय हुई है, तब से उनके मन में ऐसा लग रहा है कि कब अयोध्या जाएं और रामलला के दर्शन करें। कुछ भक्तों ने 12 फरवरी को नागपुर से अयोध्या जाने का टिकट भी ले लिया है। अक्षत वितरित करते समय विश्व हिंदू परिषद के लोग भजन कीर्तन करते हुए लोगों के घर पहुंच रहे हैं। बता दें कि जापान से लेकर अलास्का तक, अमेरिका से लेकर इंग्लैंड तक, सिंगापुर से लेकर मलेशिया तक हर जगह विश्व हिंदू परिषद का यह प्रयास जारी है।