आजम खान खुद को बहुत बड़ा हीरो समझते हैं, मैं उसे जीरो बनाने आई हूं : रमा देवी

लोकसभा में स्पीकर के आसन पर बैठीं रमा देवी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान के लिए भारी पड़ने वाली है। विपक्षी दलों और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने निष्कर्ष निकाला है कि आजम खान भाजपा सांसद रमा देवी पर अपने बयान पर सदन में माफी मांगें। यदि आजम ऐसा नहीं करते हैं तो स्पीकर उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। वहीं रमा देवी ने शुक्रवार को आजतक से बातचीत में कहा कि आजम खान हीरो बनने आया है, मैं उसे जीरो बनाने आई हूं।

रमा देवी ने कहा, संसद में मुझे जनता ने प्रेम से यहां भेजा है। आजम खान की बोली में गंदगी से मुझे बहुत परेशानी हुई है। सांसद की एक गरिमा होती है। जब अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने वाली महिला से आजम खान इस प्रकार की भाषा इस्तेमाल कर सकते हैं तो साधारण महिला से कैसे बात करते होंगे? आजम की बातें बहुत पीड़ा देने वाली होती हैं।

रमा देवी ने कहा, आजम खान को हम लोग कभी भी माफ नहीं करेंगे। ये अशोभनीय है। आजम खान के बयान से सांसद की गरिमा को ठेस पहुंची है। सांसद को काम करने के लिए लाखों वोट देकर संसद भेजा गया है। आज जनता बहुत परेशानी होगी।

रमा देवी से जब पूछा गया अखिलेश यादव ने भी संसद में आजम खान के बयान का बचाव किया इस बारे में आपका क्या कहना है तो उन्होंने कहा इन लोगों को इस प्रकार की बात बोलते-बोलते आदत पड़ गई है। यूपी में भी इन्होंने इसी प्रकार से सरकार चलाई। हमारे योगी जी को बिगड़े माहौल में संभालने में बहुत दिक्कत हो रही है। यूपी के लोग भयभीत रहते हैं। आजम खान जैसे लोगों का तो संसद में रहना भी उचित नहीं है। हम अगर सांसद की कुर्सी पर आए हैं तो सबको सम्मान देने के लिए आए हैं।

रमा देवी ने कठोर शब्दों में कहा कि अगर आजम खान को बोलने की अक्ल नहीं है तो इस बार सीख जाएंगे। मैं तो चाहती हूं कि अगर उस दिन माफी मांग लेते तो मैं माफ कर देती। सोमवार को माफी मांगने के बाद अध्यक्ष जी कहेंगे तो मैं माफ करूंगी। आजम खान ने अगर माफी नहीं मांगी तो हम ऐसा कदम उठाएंगे कि उन्हें जीवनभर याद रहेगा कि किसी महिला को कैसे देखना चाहिए?

इसके साथ रमा देवी ने आजम खान की सदस्यता रद्द करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि आजम खान खुद को बहुत बड़ा हीरो समझते हैं। हीरो को जीरो बनाने के लिए रमा देवी आई हैं। इनका चरित्र उजागर किया जाएगा।

बता दे, अगर आजम खान स्पीकर के आदेश के मुताबिक, सदन में माफी नहीं मांगते हैं तो लोकसभा अध्यक्ष उन्हें अगले पांच साल यानी पूरे कार्यकाल के लिए निलंबित कर सकते हैं। यही नहीं, स्पीकर उनकी लोकसभा सदस्यता भी रद्द कर सकते हैं। दूसरे शब्दों में उनकी सांसदी जा सकती है। संविधान विशेषज्ञ डॉ सुभाष कश्यप ने बताया कि इसके अलावा लोकसभा अध्यक्ष आजम खान को शेष सत्र यानी 7 अगस्त तक के लिए जेल भी भेज सकते हैं। यह भी जरूरी नहीं कि उन्हें 7 अगस्त तक के लिए ही जेल भेजा जाए। यह पूरी तरह से लोकसभा अध्यक्ष की इच्छा पर निर्भर है कि वह उन्हें कब तक के लिए जेल भेजें।