हंगामे के चलतें राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर लगाए गए आरोपों का कांग्रेस सदस्यों द्वारा विरोध करने की वजह से संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नियम 267 के तहत चर्चा के लिए कांग्रेस के नोटिस के खारिज होने के बाद गुस्साए सांसदों ने सभापित के पोडियम के पास आकर मोदी और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की।

नियम 267 के तहत दायर संबद्ध नोटिस पर चर्चा होती है, जिसे खारिज कर दिया गया।

विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, "आप रोजाना हर चीज खारिज नहीं कर सकते। यदि ऐसा है तो हम यहां क्या कर रहे हैं? 10 साल तक राज करने वाले एक पूर्व प्रधानमंत्री पर लगे आरोपों को साबित करना पड़ेगा। भाजपा लोगों के प्रति जवाबदेह है।"

कांग्रेस ने यह मामला शुक्रवार को भई उठाया था लेकिन सभापति एम वेंकैया नायडू ने उनके नोटिस खारिज कर दिए थे।

उपसभापति पी.जे कुरियन ने हंगामे के बीच राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। लेकिन प्रश्नकाल के लिए राज्यसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, कांग्रेस सांसदों ने एक बार फिर इस मुद्दे को उठाया और नायडू से इस मुद्दे पर चर्चा करने की अनुमति मांगी।

कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने सभापति से कहा, "महोदय, आपको सदस्यों के सम्मान की रक्षा करनी होगी।" जब नायडू ने प्रश्नकाल को जारी रखने पर जोर दिया तभी कांग्रेस के सांसद फिर से "प्रधानमंत्री माफी मांगो" के नारे लगाते हुए सभापति के पोडियम के पास इकट्ठा हो गए।

इसके बाद नायडू ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।