एयर स्ट्राइक हुई, पाकिस्तान परेशान है लेकिन यहां के कुछ नेता सदमे में : राजनाथ सिंह

भारतीय वायुसेना ने पुलवामा आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) के गुनहगारों को सबक सिखाने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) में घुसकर एयर स्ट्राइक (Air Strike) की जिसके बाद पूरे देश में जवानों के शौर्य को सलाम किया जा रहा है। हालाकि पाकिस्तान (Pakistan) का कहना है कि भारत द्वारा की गई एयर स्ट्राइक (Air Strike) से ज्यादा नुकशान नहीं हुआ है। वही इसी बीच विपक्ष के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की गिनती को लेकर सवाल किए हैं।

इस मामले पर न्यूज18 को दिए एक इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने कहा, 'ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, जब किसी के द्वारा पूछा जाता है कि एयर स्ट्राइक में कितने लोग मारे गए। ऐसा पूछा नहीं जाना चाहिए। जब कोई ऐसे प्रश्न पूछता है तो इसका मतलब कि वे हमारी सेना और उनके शौर्य पर सवालिया निशान लगाने की कोशिश कर रहा है।'

एयर स्ट्राइक हुई है और पाकिस्तान सदमें में है


राजनाथ सिंह ने कहा, 'यह जाहिर है कि एयर स्ट्राइक हुई, इसके कारण पाकिस्तान परेशान हुआ। वह सदमें में रहा है। मुझे आश्चर्य होता है कि इस सच्चाई को समझते हुए भी लोग क्यों ऐसे सवाल उठा रहे हैं? भारत में रहने वाले कुछ लोग या राजनीतिक पार्टी के कुछ नेता क्यों सदमें में हैं? पाकिस्तान सदमें में हो तो बात समझ में आती है, लेकिन भारत में रहने वाले नेताओं का सदमें में रहना समझ में नहीं आता है।'

हम सर्जिकल स्ट्राइक की मार्केटिंग नहीं कर रहे

राजनाथ सिंह ने कहा, 'हम सर्जिकल स्ट्राइक की मार्केटिंग नहीं कर रहे हैं। हां लेकिन ये सच है कि हमने एयरफोर्स के जवानों के शौर्य की प्रशंसा की। क्या ये नहीं किया जाना चाहिए? हमें गौरव की अनुभूति हुई है।'

पाकिस्तान के साथ रिश्तों पर कही यह बात

पाकिस्तान के साथ आगे के रिश्तों पर राजनाथ सिंह ने कहा, 'पहले तो पाकिस्तान में जितने भी आतंकी ठिकाने हैं, वहां की सरकार द्वारा उन्हें खत्म करने की पहल की जानी चाहिए। आतंकवादी गतिविधियां वहां से न हो, किसी भी आतंकी संगठन को संरक्षण न मिले, पहले यह कोशिश की जानी चाहिए।'

आतंकवाद और बातचीत दोनों साथ साथ नहीं चल सकती

राजनाथ सिंह ने कहा, 'अगर पाकिस्तान की सरकार ऐसा प्रयास करती है, तो फिर बातचीत की जा सकती है। आतंकवाद और बातचीत दोनों साथ साथ नहीं चल सकती। कहीं न कहीं पाकिस्तान की ओर से ईमानदारी दिखनी चाहिए। पाकिस्तान पहले आतंकवादी ठिकानों का सफाया करे। वे डंके की चोट पर कहे कि आतंकवाद को पाकिस्तान की सरजमीं पर पनपने नहीं देंगे। हमारा पड़ोसी देश है, हम लोग भी चाहते हैं कि रिश्ते अच्छे रहें।'

5 साल में हमारी सेना ने 3 बार दुश्मन के घर में घुसकर मारा

वही पिछले हफ्ते शनिवार को कर्नाटक के मेंगलुरु में रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने कहा कि पांच साल में हमारी सेना ने तीन बार अपनी सीमा से बाहर जाकर स्ट्राइक की। गृहमंत्री राजनाथ ने कहा था कि जब पाकिस्तान से आए आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के उरी में हमारे सोए हुए जवानों पर हमला किया, जिसमें 17 जवान शहीद हो गए थे। तब हमने पहली बार अपनी सीमा लांघकर स्ट्राइक की, वहीं दूसरी बार ऐसा ही हमला सेना ने पुलवामा हमले के बाद किया। हालांकि उन्होंने तीसरी स्ट्राइक के बारे में जानकारी नहीं दी।