रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में एक बार फिर गूंजी किलकारी, बाघिन T-105 ने दिया 3 शावकों को जन्म

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथम्भौर टाइगर रिजर्व (Ranthambore Tiger Reserve) से बड़ी खुशखबरी सामने आई है। रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में बाघिन T-105 ने 3 शावकों को जन्म दिया है। शावक बाघिन के साथ के कैमरा ट्रैप में नजर आये हैं। वन विभाग ने इसकी पुष्टि कर दी है। राजस्थान के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने बताया कि बाघिन के साथ 3 शावक सुल्तानपुर इलाके में नजर आने की जानकारी मिली है। विभाग की ओर से निगरानी के लिए लगाए गए कैमरा ट्रैप में उनकी फोटो सामने आई है।

रणथंभौर के फील्ड डायरेक्टर टीसी वर्मा ने बताया कि रणथंभौर में 3 बाघ शावक और बढ़ गए हैं। बाघिन T-105 ने तीन शावकों को जन्म दिया है। यहां अभी कई बाघिनों ने नए शावक जन्मे हैं। कई बाघिनों से उम्मीद हैं कि वे भी जल्दी ही शावकों को जन्म देंगी। इसके लिये रणथम्भौर में बाघों और बाघिनों की गहन निगरानी की जा रही है। रणथम्भौर में अब नए शावकों समेत बाघों की संख्या 74 हो गई है।

इससे पहले रणथम्भौर में जूनियर मछली ने नाम से जानी जाने वाली बाघिन T-84 उर्फ ऐरोहेड के साथ 3 शावक कामलधार इलाके में नजर आये थे। पिछले कुछ दिन में रणथम्भौर में कई बाघिनों ने शावकों को जन्म दिया है। ऐसे में रणथम्भौर में सुरक्षा के मद्देनजर कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं। बाघिनों के इलाके में निगरानी के लिए अतिरिक्त कैमरा ट्रैप लगा दिए गए हैं। एक विशेष टीम को भी बाघिनों की गहन ट्रेकिंग के लिए लगाया है। प्रदेश के वन बल प्रमुख डॉ। डीएन पांडे ने कहा है कि ये प्रदेश के लिए बड़ी खुशखबरी है। राजस्थान की ओर से लगातार बाघ संरक्षण की दिशा में अच्छा काम किया जा रहा है। इसी वजह से बेहतर नतीजे सामने आ रहे हैं।