जयपुर। बिहार के जामताड़ा की तरह उत्तर भारत का राजस्थान प्रदेश भी अब धीरे-धीरे साइबर क्राइम का हब बनता जा रहा है। राजस्थान में कई ऐसे जिले हैं जो साइबर क्राइम में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाते जा रहे हैं। राजस्थान में साइबर क्राइम के तार अमेरिका तक जुड़ चुके हैं। लगातार साइबर फ्रॉड लोगों को किसी न किसी तरह निशाना बनाकर जीवन भर की कमाई पर हाथ साफ कर जाते हैं।
राजस्थान पुलिस ने साइबर क्राइम पर रोक लगाने के लिए नया अभियान शुरू किया है। राजस्थान पुलिस ने ऑपरेशन साइबर शील्ड की शुरुआत की है, यह लगातार एक महीने तक जारी रहेगा। पुलिस मुख्यालय से मिले निर्देशों के बाद पूरे राजस्थान में साइबर क्राइम की रोकथाम जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
ब्लॉक होगी संदिग्ध सिमसाइबर क्राइम DG हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि दो जनवरी से 31 जनवरी तक चलने वाले इस विशेष अभियान के दौरान साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने, साइबर प्रकरणों और परिवादों के निस्तारण एवं राज्य के नागरिकों को साइबर सुरक्षा और साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया जाएगा। इस अभियान में पुलिस विभाग साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल और 1930 की शिकायतों व परिवादों का निस्तारण करेगा। संदिग्ध सिम और आईएमईआई नम्बरों की पहचान कर ब्लॉकिंग की कार्यवाही होगी।
साइबर अपराधों के हॉट स्पॉट क्षेत्रों को चिन्हित कर कार्यवाही की जाएगी। साइबर अपराध में वांछित अभियुक्तों, स्टैण्डिंग वारंटों, उद्घोषित अपराधियों की गिरफ्तारी की जाएगी। गुमशुदा व चोरी हुए मोबाइल हैड़सेट की बरामदगी कर पीड़ितों को लौटाने की क़वायद करने के साथ साइबर अपराधियों का डेटाबेस भी तैयार होगा।
ब्लैक स्पॉट चिन्हितसाइबर क्राइम डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि प्रदेश में साइबर क्राइम के ब्लैक स्पॉट चिन्हित कर दिए हैं और पुलिस इन सभी जगहों पर एक साथ अभियान के तौर पर कार्यवाही करेगी। इन जगहों में सबसे बड़ा ठिकाना अभी भी डीग है। इसके अलावा अलवर जोधपुर जयपुर सवाई माधोपुर डूंगरपुर अब उदयपुर और सीकर जैसे ज़िले भी साइबर क्राइम के लिहाज़ से बड़ी चुनौती बने हुए हैं। इसके साथ डिजिटल अरेस्ट को लेकर भी थाना स्तर पर अभियान के ज़रिये लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। साथ ही सिनेमाघरों में भी मूवी के ज़रिए अवेयरनेस कैंपेन चलाया जा रहा है।
डीजीपी प्रियदर्शी ने प्रदेश के सभी नागरिकों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध साइबर अपराध से संबंधित गतिविधियों की सूचना मिलने पर वे स्थानीय पुलिस, साइबर सुरक्षा हेल्पलाइन नम्बर 1930 साइबर क्राइम पोर्टल या 0141-2741322 नम्बर पर सूचना दे सकते हैं।