16 दिन में कोरोना से एक घर में हुई तीन मौतें, पहले पिता फिर भाई की, सदमे में आई मां की भी हुई मौत

बाड़मेर के बालोतरा शहर में एक परिवार में कोरोना से महज 16 दिन में तीन लोगों की मौत हो गई। कोरोना से पहले पिता और फिर भाई की माैत हुई। इसके बाद सदमे में आई मां ने भी दुनिया को छोड़ दिया। अब परिवार में सिर्फ दो बेटियां ही है। इन दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है। इनमें एक का ससुराल नागाैर और दूसरे का विवाद जाेधपुर में हुआ है।

जवाहरलाल पारीक (70)

70 वर्षीय जवाहरलाल पारीक राउप्रावि सं। 5 से प्रधानाध्यापक थे। 1 सितंबर को हल्का बुखार आया। जांच के बाद यहां 9 सितंबर को कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आई। 11 को बालोतरा के अस्पताल में भर्ती करवाया। दो दिन बाद जोधपुर रेफर किया गया। 15 को गोयल जांच के बाद रिपोर्ट पॉजीटिव निकली। इसके दूसरे ही दिन 16 सितंबर की रात को सांस में तकलीफ से 70 वर्षीय पारीक की मृत्यु हो गई।

राजकुमार पारीक (30)

जवाहरलाल की मौत के बाद 20 सितंबर को उनके बेटे और पत्नी के सैंपल लिए गए। इसमें बेटा राजकुमार की 22 सितंबर काे कोरोना पाॅजिटिव आया। वहीं राजकुमार की मां की रिपोर्ट निगेटिव आई। बेटे राजकुमार को पहले घर पर ही क्वारेंटाइन किया गया, बाद में 24 तारीख जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां 28 सितंबर को उनकी भी मौत हो गई।

सुशीलादेवी (60) साल

पहले पति और फिर जवान बेटे की काेराेना से माैत का सदमा सुशीला देवी सहन नहीं कर पाई। उनकी तबीयत खराब हो गई जिसके बाद उन्हें बालोतरा के निजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया। 2 अक्टूबर को ही उसकी भी मौत हो गई। महज 16 दिन के अंतराल में परिवार में एक के बाद एक मौत होने से दोनों बहिनों पर दु:खों का पहाड़ सा टूट गया।