गहलोत सरकार की सिलिकोसिस नीति से कैलाश को मिला नया जीवन, इलाज के लिए मिली 3 लाख की आर्थिक सहायता

जयपुर, 17 नवंबर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के खनन श्रमिकों के कल्याण और स्वास्थ्य सुरक्षा देने के लिए संवेदनशील निर्णय लेते हुए राजस्थान सिलिकोसिस नीति 2019 की शुरुआत की है। नीति के तहत राज्य सरकार सिलिकोसिस बीमारी का दंश झेल रहे प्रदेश के श्रमिकों को इलाज के लिए तुरंत आर्थिक मदद दे रही है, साथ ही पीड़ित की दुर्भाग्यवश मृत्यु होने पर उनके परिवार को भी आर्थिक संबल दिया जा रहा है।

योजना के अंतर्गत लाभान्वित दौसा जिले के कंदौली गांव के निवासी श्री कैलाश कुमार सैनी ने बताया कि वे पिछले 30 सालों से मूर्ति बनाने का काम कर रहे है। उनके परिवार में तीन पुत्री एवं एक पुत्र है और अपने बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल करने की जिम्मेदारी भी उन्हीं के कंधों पर है। उन्होंने बताया कि वे घर के एकमात्र सदस्य है, जो मूर्ति बनाकर पूरे परिवार का भरण-पोषण करते हैै।

उन्होंने बताया कि सिलिकोसिस बीमारी से ग्रसित होने के बाद उनके लिए शारीरिक श्रम करना संभव नहीं था। पर्याप्त आमदनी के अभाव में वे ना केवल परिवार के भरण-पोषण में, अपितु स्वयं का इलाज कराने में भी असहाय महसूस कर रहे थे। इलाज का खर्च अधिक होने के कारण उन्हें अस्पताल से वापस घर आना पड़ा और इलाज की उम्मीद छोड़ दी। ऐसी विषम परिस्थितियों में उनके 18 वर्षीय बेटे पर परिवार की सारी जिम्मेदारी आ गई और उनके बेटे को पढ़ाई छोड़ मजदूरी का कार्य शुरू करना पड़ा।

कैलाश के बेटे शिवराम बताते हैं कि उनके पिताजी पिछले 8 साल से इस बीमारी से गंभीर रूप से पीड़ित है। विषम आर्थिक परिस्थितियों के कारणवश उन्होंने इलाज की उम्मीद ही छोड़ दी थी। लेकिन मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा शुरू की गई राजस्थान सिलिकोसिस नीति से उनके पिताजी व परिवार को नया जीवनदान मिला। नीति के अंतर्गत उनके परिवार को 3 लाख रुपए की आर्थिक सहायता तुरंत प्रदान की गई, जिसकी वजह से उनके पिताजी का इलाज संभव हो पाया है। इस आर्थिक मदद से उनके पूरे परिवार को आर्थिक संबल भी प्राप्त हुआ है।

शिवराम बताते हैं कि समय पर आर्थिक सहायता मिलने के कारण उनके पिताजी का बेहतर इलाज हो रहा है और वे शीघ्र पूर्णतया स्वस्थ हो जाएंगे। उन्होंने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा लागू की गई जीवनदायिनी सिलिकोसिस नीति से .उनके परिवार को नई संजीवनी मिली है।