राजस्थान के कोटपूतली में 3 साल की मासूम चेतना पिछले 27 घंटे से 700 फीट गहरे बोरवेल में फंसी हुई है। एनडीआरएफ की चार कोशिशों के बाद भी अब तक उसे केवल 30 फीट ऊपर खींचा जा सका है। बच्ची की भूखी-प्यासी हालत और परिवार की चिंता ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोपों को हवा दे दी है। चेतना के दादा हरसहाय चौधरी ने प्रशासन की धीमी कार्रवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, प्रशासन बस मिट्टी हटाने की बात कर रहा है। अब मशीन से गड्ढा खोदने की बात कही गई, लेकिन मशीन अब तक नहीं पहुंची। पता नहीं कब तक यह काम पूरा होगा।
चेतना सोमवार दोपहर करीब 1:50 बजे अपने घर के पास बड़ीयाली की ढाणी में बने बोरवेल में गिर गई थी। शुरुआती जानकारी के अनुसार, वह बोरवेल में करीब 150 फीट गहराई पर अटक गई थी। बीते 27 घंटे से चल रहे रेस्क्यू में उसे धीरे-धीरे ऊपर खींचा जा रहा है। एनडीआरएफ सीनियर कमांडेंट योगेश मीणा ने बताया कि पहले रिंग रॉड और अंब्रेला तकनीक से बच्ची को निकालने की कोशिश की गई, लेकिन रिंग उसके कपड़ों में उलझ गई, जिससे पकड़ नहीं बन पाई। इसके बाद हुक के जरिए उसे बाहर निकालने की योजना बनाई गई, लेकिन वह भी विफल रही। चौथे प्रयास में एल बैंड (लोहे की प्लेट से बना जुगाड़) का इस्तेमाल किया गया, जिससे बच्ची को 120 फीट से 30 फीट तक ऊपर लाया गया।