कोटा : जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा हुआ 112, सोमवार को 2 और नवजात की हुई मौत

राजस्थान में कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहे। सोमवार को दो और नवजात बच्चों ने दम तोड़ दिया। अस्पताल में पिछले 37 दिनों में बच्चों की मौत का आंकड़ा 112 तक पहुंच गया है। राजस्थान के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने अस्पताल के शिशु रोग विभाग के एचओडी डॉ अमृतलाल बैरवा को पद से हटा दिया। उनकी जगह डॉ जगदीश सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

जिला कलेक्टर ओम कसेरा ने भी रविवार को अस्पताल में सुविधाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में बच्चों के लिए 150 बेड बढ़ेंगे। फिलहाल गंभीर बच्चों के इलाज के लिए कुछ वार्ड अलग से बनाए गए।

जेके लोन अस्पताल के 71 में से 44 वॉर्मर खराब

नवजातों का तापमान 36।5 डिग्री तक होना चाहिए। नर्सरी में वॉर्मर के जरिये तापमान 28 से 32 डिग्री के बीच रखा जाता है। जिसके लिए अस्पताल में 71 वार्मर हैं, जिसमें से 44 खराब पड़े हैं। यही मशीन खराब होने से नर्सरी में तापमान गिर गया और बच्चे हाइपोथर्मिया के शिकार हुए।

सचिन पायलट ने कहा था- इतनी मौतों का कोई जिम्मेदार न हो, ऐसा संभव नहीं

अस्पताल का दौरा करने शनिवार को सचिन पायलट ने कहा कि हमें आंकड़ों के जाल में नहीं फंसना है। हम लोगों का रेस्पांस रहा है इस पूरे मामले को लेकर वह किसी हद तक संतोषजनक नहीं है। आंकड़ों के जाल में हम चर्चा को ले जाएं यह उन लोगों को स्वीकार्य नहीं है जिन्होंने अपने बच्चे खोए हैं। जिस मां ने अपने बच्चे को कोख में 9 महीने रखे हैं उसका कोख उजड़ता है तो उसका दर्द वही जानती है। हमें लोगों को विश्वास दिलाना होगा कि हम इस तरह की घटना स्वीकार नहीं करेंगे। हमें जिम्मेदारी तय करनी होगी। यदि इतने बच्चों की मौत हुई है तो कोई ना कोई कमी तो जरूर रही होगी। इतने सारे बच्चे मरे हैं और कोई जिम्मेदार ही नहीं होगा, ऐसा संभव नहीं है। अगर वसुंधरा सरकार में बेड कम थे, पैसे ज्यादा अलॉट हुए, लेकिन रिलीज नहीं किए गए तो उनको तो जनता ने हरा दिया। एक साल से हम लोग शासन में हैं। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि जनता के प्रति। इतने सारे मासूम बच्चों की मौत हुई तो जवाबदेही ढूंढनी होगी। इस पूरे मामले में हमारे उठाए कदम संतोषजनक नहीं हैं।'