कोटा में 104 बच्चों की मौत, आज पहुंचेगी केंद्र की हाईलेवल टीम, गहलोत का दावा-CAA और NRC से ध्‍यान हटाने के लिए उठा रहे ये मुद्दा

राजस्‍थान में कोटा के जेके लोन अस्पताल बच्चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। मौत का आंकड़ा 104 पर पहुंच गया है। साल के पहले दिन 1 जनवरी को 3 बच्चों ने दम तोड़ा, जबकि गुरुवार 2 जनवरी को 1 बच्चे की मौत हुई। कोटा के प्रभारी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा भी आज कोटा पहुंच रहे हैं। राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने दावा किया है कि इस साल शिशुओं की मौत के आंकड़ों में पिछले कुछ सालों की तुलना में काफी कमी आई है। उन्होंने अपनी सफाई में यह भी कहा, 'कुछ लोग शरारत कर रहे हैं, कुछ लोग जानबूझकर... जिस प्रकार से मीडिया में चलाया गया, उसमें कोई दम नहीं है। आज मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात की है और उनसे कहा है कि वह खुद आकर व्यवस्था देखें। मैंने पहले भी कहा है कि पिछले 5-6 साल के अंदर सबसे कम आंकड़े अब आ रहे हैं, इतनी शानदार व्यवस्था हमने कर रखी है।'

केंद्र की हाई लेवल टीम भी कोटा जाएगी। कोटा में मौत का आंकड़ा नया नहीं है। 2014 में 15719 बच्चे भर्ती हुए, जिसमें 1198 बच्चों को बचाया नहीं जा सका। अगले साल यानी 2015 में 17579 बच्चे भर्ती हुए जिसमें 1260 बच्चों की मौत हुई। साल 2018 और 2019 में भी यही सिलसिला चला।

इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बच्‍चों की मौत को लेकर राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है। चिट्ठी में उन्‍होंने बच्‍चों की मौत रोकने के लिए हर सहायता उपलब्‍ध कराने का आश्‍वासन दिया है।

डॉ हर्षवर्धन ने कहा, 'मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जानकारी दे दी है कि 2019 से 2020 के बीच नैशनल हेल्थ मिशन के माध्यम से जेके लोन अस्पताल को 91.7 लाख रुपये आवंटित किए गए हैं। राजस्थान के लिए आवंटित बजट 1788.97 करोड़ रुपये में से केवल कोटा को ही 27.45 करोड़ रुपये दिए गए हैं।

मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ऐक्टिव हो गई हैं। गुरुवार को उन्होंने पार्टी के राज्य प्रभारी अविनाश पांडे से ताजा हालात और अशोक गहलोत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी ली। कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर दुख जाहिर करते हुए सोनिया ने पांडे के जरिए राज्य सरकार को यह संदेश दिया है कि इस मामले में और ठोस कदम उठाए जाएं। उधर, राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले से जुड़ी रिपोर्ट सोनिया गांधी को भेज दी है।

वही इन सबके बीच सीएम अशोक गहलोत ने यह कहकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की है कि CAA और NRC जैसे बड़े मुद्दों पर देशभर में बने माहौल से ध्यान हटाने के लिए कुछ लोग इस मुद्दे को तूल दे रहे हैं। उन्होंने कहा, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ पूरे देश में जो माहौल बना हुआ है, उससे ध्यान हटाने के लिए इस मुद्दे को उठाया जा रहा है।