करौली में पुजारी की हत्या मामले में नया मोड़, मुख्य आरोपी की बेटियों का दावा- खुद लगाई आग, हमने देखा

राजस्थान के करौली में जमीन विवाद में पुजारी की हत्या मामले में नया मोड़ आ गया है। अब मुख्य आरोपी की बेटियों ने बड़ा दावा किया है। आरोपी की बेटियों ने कहा कि घटना के वक्त हम खेत में थे और खुद अपनी आंखों से पुजारी को आग लगाते देखा। हमने उन्हें बचाने की भी कोशिश की थी। दरअसल, रविवार को मुख्य आरोपी कैलाश मीणा की दोनों बेटियां पुजारी के घर पहुंच गईं। यहां मौजूद मीडिया से बातचीत में दोनों ने दावा किया कि पुजारी ने खुद आग लगाई थी।

बता दें कि ये पूरा मामला जमीन पर कब्जे को लेकर है। आरोप है कि दबंगों ने जमीन पर कब्जा करने के मामले में पुजारी को जलाकर मार डाला। अब भी इस मामले में सात आरोपी फरार हैं। इस केस में अभी तक सिर्फ एक आरोपी को गिरफ्तार किया जा सका है। परिजनों की तमाम मांगों में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग भी शामिल थी और प्रशासन ने इसका आश्वासन भी दिया था। लेकिन अब भी पुलिस के हाथ सभी आरोपी नहीं आ पाए हैं।

पुजारी पर हमले के बाद जयपुर से दिल्ली तक सियासत भी गरमा गई। शुक्रवार देर रात शव को गांव ले जाया गया तो जांच अधिकारी पर कार्रवाई और मुआवजे जैसी 4 सूत्रीय मांगों को लेकर परिजनों ने अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया था। भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए थे। विपक्ष चौतरफा हमलावर हो गया था। तब राज्य सरकार के 10 लाख रु। का मुआवजा और एक सदस्य को संविदा पर नौकरी देने के आश्वासन के बाद परिवार राजी हो गया। हमले को आत्मदाह बताने वाले सीआई को लाइन हाजिर कर दिया गया है, जबकि पटवारी का तबादला किया गया है। इसके बाद परिजनों ने पुजारी बाबूलाल वैष्णव के शव का अंतिम संस्कार किया।

कपिल मिश्रा रविवार दोपहर करौली पहुंचे

उधर, दिल्ली के भाजपा नेता कपिल मिश्रा रविवार दोपहर करौली पहुंचे। उन्होंने पुजारी बाबूलाल के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता सौंपी। घटना के बाद कपिल मिश्रा ने दो दिन पहले सोशल मीडिया के जरिए एक अपील कर मृतक पुजारी के परिवार को आर्थिक मदद करने की अपील की थी। इसके बाद कई सामाजिक संस्थाओं ने आर्थिक मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए।