Jodhpur: डाक विभाग ने उठाई अस्थि विसर्जन की जिम्मेदारी, परिजन ऑनलाइन देख सकेंगे पूरी प्रक्रिया

कोरोना संक्रमण के खौफ से मृतकों के परिजन उनकी अस्थियों का विसर्जन करने तक से घबरा रहे हैं। ऐसे में राजस्थान के जोधपुर शहर में अस्थियों के विसर्जन की जिम्मेदारी डाक विभाग ने उठाई है। इसके लिए डाक विभाग ने एक नई योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत मृतक के परिजन उनके अस्थि विसर्जन को ऑनलाइन देख सकेंगे। दरअसल, कोरोना काल में जोधपुर शहर में एक हजार से ज्यादा मौतें हुई हैं। उनकी अस्थियों का विसर्जन नहीं हुआ है। ऐसे मामलों के लिए डाक विभाग ने दिव्य दर्शन संस्था से कॉन्ट्रेक्ट किया है।

यह करना होगा परिजनों को

- इस सुविधा के लिए ओम दिव्य दर्शन संस्था के पोर्टल htpp://omdivyasdarshan.org पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
- रजिस्ट्रेशन के बाद कोई भी व्यक्ति अपने परिजन की अस्थियों का पैकेट स्पीड पोस्ट से वाराणसी, प्रयागराज, हरिद्वार और गया भेज सकेगा।
- अस्थि के पैकेट को अच्छी तरह से पैक कर मोटे अक्षरों में 'ओम दिव्य दर्शन' लिखना होगा। पैकेट पर भेजने वाले को अपना पूरा नाम, पता, मोबाइल नंबर जैसी जानकारियां लिखनी होंगी।
- स्पीड पोस्ट का चार्ज लिफाफा भेजने वाले को ही देना होगा। स्पीड पोस्ट बुक करने के बाद इसे भेजने वाले को संस्था के पोर्टल पर स्पीड पोस्ट बार कोड नंबर सहित बुकिंग डिटेल्स अपडेट करनी होगी।
- डाकघर में पैकेट प्राप्त होने के बाद इसे ओम दिव्य दर्शन के पते पर भेजा जाएगा।
- दिव्यदर्शन संस्था अस्थियों को विधिवत विसर्जन करेगी और श्राद्ध करवाएगी।
- इसे वेबकास्ट के माध्यम से मृतक के परिजन भी देख सकेंगे। सारे संस्कारों के बाद संस्था की ओर से मृतक के परिवार को डाक से एक बोतल गंगा जल भी भेजा जाएगा।

जल्द ही और भी तीर्थ स्थान होंगे शामिल

अस्थि विसर्जन के लिए जोधपुर डाक विभाग ने चार जगहों पर व्यवस्था की है। डाक विभाग फिलहाल वाराणसी, प्रयागराज और हरिद्वार के साथ ही गया में अस्थि विसर्जन करवाएगा। प्रत्येक धार्मिक स्थल पर दिव्य दर्शन संस्था के सदस्य पहले ही सभी व्यवस्था कर चुके हैं। इसके साथ ही डाक विभाग के जनरल पोस्ट मास्टर सचिन किशोर ने बताया कि अस्थि विसर्जन के लिए चार तीर्थ स्थानों पर यह योजना शुरू की गई है और जल्द ही और भी तीर्थ स्थानों पर भी यह योजना शुरू हो जाएगी।