झालावाड़ जिले में रविवार सुबह एक दुखद हादसा हुआ। रीछवा मार्ग पर खेल रहे दो मासूम बच्चों की ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर गिरने से मौके पर ही मौत हो गई। ये हादसा सुबह करीब 10:15 बजे हुआ। जानकारी मिलने पर अकलेरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भिजवाया। घटना से इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है। अकलेरा थानाधिकारी राजेश पाठक ने बताया कि घटना रीछवा मार्ग पर हुई, जहां खेतों पर बने मकानों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी। मकानों के सामने थ्री-फेज ट्रांसफॉर्मर भी लगा हुआ है। रविवार सुबह अचानक स्पार्किंग के चलते हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर नीचे गिर गया। इस दौरान नीचे खेल रहे 10 वर्षीय देवकरण मीणा और 8 वर्षीय यश बागरी इसकी चपेट में आ गए और मौके पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने बच्चों के शवों को अकलेरा अस्पताल की मोर्चरी में भिजवा दिया है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। घटना के बाद से ग्रामीणों और परिजनों में गहरा आक्रोश है।
ग्रामीणों की शिकायत और प्रशासन की लापरवाही
स्थानीय निवासियों का कहना है कि हाईटेंशन लाइन में पहले भी स्पार्किंग हो रही थी, जिसकी शिकायत डिस्कॉम विभाग को की गई थी। लेकिन समय पर सुधार कार्य नहीं किए गए। ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। देवकरण के पिता रामस्वरूप खेत पर चौकीदारी करते हैं, जबकि यश बागरी के पिता सूरज खेती का काम करते हैं। दोनों परिवारों के मकान पास-पास स्थित हैं। डिस्कॉम ने दी सफाई
डिस्कॉम के जेईएन दीपक कुमार ने बताया कि संभवतः किसी पक्षी के तार से टकराने के कारण तार टूटा। सूचना मिलने पर तुरंत विद्युत आपूर्ति बंद कर दी गई। उन्होंने कहा कि घटना में मृतक बच्चों के परिजनों को मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। दर्दनाक हादसे के बाद से परिजन और ग्रामीण मुआवजे की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि डिस्कॉम की लापरवाही से बच्चों की जान गई है, और ऐसे हादसे फिर न हों, इसके लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए।