राजस्थान में इस साल गर्मी तोड़ेगी रिकॉर्ड, फरवरी में पारा सामान्य से 3 डिग्री ज्यादा, बाड़मेर में टूटा 12 साल का रिकॉर्ड

राजस्थान में गर्मी मार्च से ही नए रिकॉर्ड बना सकती है। इस बार फरवरी में दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस ज्यादा चल रहा है, कई शहरों में 12 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर, उदयपुर, कोटा, जयपुर और अजमेर में इस साल फरवरी में गर्मी पिछले साल की तुलना में ज्यादा रही है। पिछले साल इन शहरों में 21-22 फरवरी तक जितनी तेज गर्मी पड़ी थी, उससे ज्यादा गर्मी मिड फरवरी में इस साल पड़ रही है। फरवरी में बाड़मेर का तापमान 38 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया, जो पिछले 12 साल में दूसरी बार इतना तापमान रहा है।

मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक इस साल जून तक भीषण गर्मी रहेगी। चिंता की बात यह है कि गर्मी के मौसम में तापमान कंट्रोल करने वाली छिटपुट बारिश भी इस साल न के बराबर होने की आशंका है। बता दे, राजस्थान में मई-जून के महीने में चूरू, गंगानगर, बाड़मेर, बीकानेर और जैसलमेर में जबरदस्त रहती है। यहां अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर ही रहता है। चूरू, गंगानगर, धौलपुर में तो पारा 50 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है। अब तक का सबसे ज्यादा तापमान चूरू में 50.8 डिग्री सेल्सियस साल 2019 में दर्ज हुआ था। वर्तमान में जो परिस्थिति बनी हुई है और मौसम विभाग के जो मॉडल अभी सामने आ रहे हैं, उन्हें देखकर आशंका जताई जा सकती है कि इस सीजन गर्मी का नया रिकॉर्ड बन सकता है।

मौसम विशेषज्ञ का कहना है कि पश्चिमी प्रशांत महासागर में इस साल ला नीनो से अल नीनो की कंडिशन बन रही है। इसके अलावा आईओडी यानी इंडियन ओशन डाइपोल में वर्तमान कंडिशन न्यूट्रल है। एक्सपर्ट की मानें तो जब प्रशांत महासागर में अल नीनो की कंडिशन बनती है और आईओडी न्यूट्रल कंडिशन में रहता है तो भारत में न केवल गर्मी तेज होती है, बल्कि मानसून भी कमजोर रहता है।