राजस्थान / हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ FIR दर्ज

राजस्थान में अशोक गहलोत की सरकार (Ashok Gehlot Government) गिराने को लेकर बागी विधायकों की कोशिश का मामला गहराता ही जा रहा है। गुरुवार को कांग्रेस की ओर से कुछ ऑडियो टेप की बात सामने आने के बाद आज शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा और भाजपा नेता संजय जैन के खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने केस दर्ज किया है। कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की शिकायत के बाद FIR दर्ज की गई।

राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त का ऑडियो सामने आने के बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को फेयरमॉन्ट होटल के बाहर प्रेस वार्ता की। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि दो वायरल ऑडियो में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत राजस्थान की सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं। सुरजेवाला बोले कि वे (भाजपा) 25-35 करोड़ रुपए में विधायकों की निष्ठा खरीदने का प्रयास कर रहे थे। इसमें भाजपा के नेताओं की भूमिका संदेह के घेरे में है। कल शाम और आज तक जो टेप सामने आए हैं, उनसे एक बात साफ है कि भाजपा ने कांग्रेस सरकार को गिराने और विधायकों को खरीदने का प्रयास किया।

सुरजेवाला ने यह भी कहा कि कोरोना से लड़ने की बजाय, भाजपा सत्ता पाने में लगी है। मध्य प्रदेश में भी ऐसा किया गया। पूरा देश कोरोना से लड़ रहा है, लेकिन वे कांग्रेस की सरकार गिराने के प्रयासों में लगे हैं। जो टेप सामने आए हैं, उसमें केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा और भाजपा नेता संजय जैन की बातचीत सामने आई है। पैसा लेकर सरकार गिराने की बात की जा रही है। भंवर लाल और पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया जा चुका है। इन लोगों को कारण बताओ नोटिस भी दिया गया है।

सुरजेवाला ने यह भी कहा कि टेप की जांच शुरू की जाए। अगर ऐसा लगता है कि केंद्रीय मंत्री जांच को प्रभावित कर सकते हैं तो उनके खिलाफ वॉरंट जारी हो और उन्हें गिरफ्तार किया जाए। हम चाहते हैं कि इस पूरे मामले में सचिन पायलट सामने आएं और भाजपा को कांग्रेस विधायकों की लिस्ट देने की बात पर सफाई दें।

इनके खिलाफ कार्रवाई की मांग

बता दे, कांग्रेस ने गजेंद्र सिंह शेखावत, भंवरलाल शर्मा, संजय जैन और पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह के खिलाफ जांच की माग की है। गजेंद्र सिंह शेखावत जोधपुर से भाजपा सांसद और केंद्र सरकार में मंत्री हैं। मोदी और शाह के करीबी माने जाते हैं। राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक में शेखावत काफी एक्टिव हैं। वहीं, भंवरलाल शर्मा पायलट खेमे के विधायक हैं। फिलहाल मानेसर स्थित होटल में बताए जा रहे हैं। चूरू जिले के सरदारशहर से विधायक हैं। अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष भी हैं। उधर संजय जैन पेशे से चार्टड अकाउंटेंट बताए जा रहे हैं। जैन भाजपा के पुराने कार्यकर्ता रहे हैं। बीच में वे वसुंधरा राजे के करीबी भी रहे, लेकिन किसी बात को लेकर वसुंधरा के सबसे खास प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी से संजय की ठन गई। इसके बाद वसुंधरा से उनकी दूरियां बढ़ गई और जैन ने दूसरा खेमा पकड़ लिया। पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह भी पालयट के बेहद करीबी लोगों में हैं। गहलोत सरकार में पर्यटन मंत्री थे। लेकिन, सचिन पायलट के साथ ही गहलोत ने इन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था। भरतपुर जिले के डीग कुम्हेर से विधायक हैं।

बता दे, खबर है कि कल रात सचिन पायलट ने कांग्रेस नेता पी चिदंबरम से बात की है। कांग्रेस पार्टी की ओर से सचिन पायलट को वापस आने को कहा गया है, साथ ही भरोसा दिया गया है कि इस चैप्टर को यहीं बंद कर दिया जाएगा। हालांकि ये भी कहा गया है कि जो पद थे वो वापस नहीं मिलेंगे, बल्कि केंद्रीय नेतृत्व में जगह मिल जाएगी।