Rajasthan: नकली दूध बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, सरपंच के घर एसिड से बन रहा था जानलेवा दूध; 4 आरोपी गिरफ्तार

अजमेर जिले के केकड़ी क्षेत्र में स्थित सावर थाना पुलिस ने एक बड़े और खतरनाक मिलावटखोरी के रैकेट का खुलासा किया है। यह अवैध धंधा सदारी ग्राम पंचायत के सरपंच पति आशाराम मीणा के फार्म हाउस पर चल रहा था, जहां सल्फ्यूरिक एसिड, कास्टिक सोडा और अन्य रासायनिक तत्वों की मदद से दूध की मात्रा और उसमें फैट की मात्रा कृत्रिम रूप से बढ़ाई जा रही थी। पुलिस ने फार्म हाउस पर छापेमारी कर मौके से करीब 2600 लीटर मिलावटी दूध नष्ट किया और भारी मात्रा में रासायनिक सामग्री जब्त की है।

कोटा में होती थी सप्लाई


NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, गिरोह में शामिल आरोपी गुलाबपुरा से रोजाना करीब 1500 लीटर शुद्ध दूध खरीदकर आशाराम मीणा के फार्म हाउस पर लाते थे। वहां रसायनों की मिलावट कर दूध को लगभग 3000 लीटर में तब्दील कर कोटा क्षेत्र में सप्लाई किया जाता था। यह पूरा काम फार्म हाउस की चारदीवारी के भीतर बने टिन शेड में चल रहा था। दूध को स्टोर करने के लिए लोटस कंपनी की बीएमसी मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा था।

4 आरोपी गिरफ्तार, मुख्य सरगना फरार

पुलिस ने इस कार्रवाई के दौरान चार आरोपियों – दिनेश उर्फ दीपू, महावीर, सांवरिया रेगर और आशीष मीणा को गिरफ्तार किया है। हालांकि मुख्य आरोपी आशाराम मीणा मौके से फरार हो गया है। पुलिस ने मौके से एक बोलेरो पिकअप, इलेक्ट्रॉनिक कांटा, मिल्क पाउडर के कई पैकेट, सल्फ्यूरिक एसिड के डिब्बे और 13 प्लास्टिक केन भी जब्त किए हैं।

लोगों की सेहत से किया जा रहा था सीधा खिलवाड़


गौरतलब है कि सल्फ्यूरिक एसिड एक बेहद जानलेवा रसायन है, जिसकी कुछ ही बूंदें शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं। इस रसायन का दूध में मिलाया जाना सीधे तौर पर जनता की सेहत के साथ गंभीर खिलवाड़ है। इस पूरे ऑपरेशन का नेतृत्व सावर थानाधिकारी बनवारी लाल मीणा ने किया। उनकी तत्परता से एक बड़े स्वास्थ्य संकट को समय रहते टाल लिया गया है। पुलिस अब फरार मुख्य आरोपी की तलाश में जुट गई है और उम्मीद है कि जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।