निर्वाचन आयोग ने राजस्थान विधानसभा (Rajasthan Election 2018) की पाली सीट के रिटर्निंग अधिकारी को हटाने का आदेश दिया है। वहीं जोधपुर के राकेश को कार्यभार संभालने का आदेश दिया गया। निर्वाचन आयोग ने कहा था कि एक सेक्टर अधिकारी ईवीएम मशीन लेकर भाजपा उम्मीदवार के घर गया था जिसके बाद सेक्टर अधिकारी को हटा दिया गया और संबंधित ईवीएम को चुनाव प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया। बता दे यह कार्रवाई बीजेपी के एक उम्मीदवार के घर में कथित तौर पर ईवीएम पाए जाने के बाद की गई। मतदान शांतिपूर्ण रहा
शुक्रवार को राजस्थान में विधानसभा चुनाव सम्पन्न हुए. इस चुनाव में 74 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। दो तीन छोटी मोटी घटनाओं को छोड़कर प्रदेश में मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। मतदान के आंकड़े में अभी बदलाव हो सकता है। चुनाव आयोग ने कहा कि 74.02 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। यह पिछले विधानसभा चुनाव में हुए 75.23 फीसदी मतदान से थोड़ा ही कम है। वहीं विशिष्ट पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एन आर के रेड्डी ने बताया कि दो तीन छोटी घटनाओं को छोड़कर राज्यभर में मतदान शांतिपूर्ण रहा। इन घटनाओं के कारण मतदान की प्रक्रिया बाधित नहीं हुई। उन्होंने बताया कि बीकानेर के कोलायत तथा सीकर में दो गुटों में झड़प हुई। वहीं अलवर के शाहजहांपुर के एक गांव में कुछ लोगों ने मतदान केंद्र में घुसने की कोशिश की। वहां अर्धसैनिक बलों को हालात पर काबू पाने के लिए हवा में गोली चलानी पड़ी। इस घटना के कारण मतदान बाधित हुआ।
बीकानेर के कोलायत में एक मतदान केंद्र के बाहर दो गुट आपस में उलझ गए। एक वाहन फूंक दिया गया। सीकर में भी ऐसी झड़प हुई लेकिन मतदान अप्रभावित रहा। कुमार ने बताया कि कई मतदान केंद्रों पर ईवीएम व वीवीपैड मशीनों को बदलना पड़ा हालांकि यह संख्या बहुत मामूली रही।
बूंदी जिले के हिंदोली क्षेत्र में 102 साल की किश्नी बाई ने अपने मत का इस्तेमाल किया। यहां धापू बाई नाम की एक महिला ने अपने मत का इस्तेमाल किया। परिवार के सदस्य इन्हें खाट पर पोलिंग बूथ तक लाये। बताया जा रहा है कि धापू बाई की उम्र 100 वर्ष से अधिक है।