राजस्थान के बांसवाड़ा में लेपर्ड का खौफ, तीन दिन में दूसरी बार किया हमला

राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के आस-पास इलाकोंं में लेपर्ड का खौफ बढ़ता जा रहा है। लेपर्ड ने तीन दिन में दूसरी बार लोगों पर हमला किया है। घटना बांसवाड़ा के कुशलगढ़ के कांकनवाणी गांव में बुधवार शाम 4 बजे के करीब की है।

जानकारी के अनुसार बुधवार शाम लेपर्ड गांव के गेहूं के खेतों में छिपा बैठा था। उसी समय एक किसान खेत में गया तो गुर्राने की आवाज सुनाई दी। फसलों को इधर-उधर किया तो लेपर्ड ओट लेकर छिपा बैठा था। इस दौरान किसान चिल्लाया तो लेपर्ड भाग गया लेकिन आस-पास ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। यहां ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को सूचना दी। कुछ देर बाद जब वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों के साथ रेस्क्यू किया तो लेपर्ड ने लोगों पर अटैक करना शुरू कर दिया।

भास्कर की खबर के अनुसार वन विभाग के रेंजर गिरीश लबाना ने बताया कि लेपर्ड खेतों से निकलने के लिए इधर-उधर भाग रहा था। रेस्क्यू में ग्रामीण भी शामिल थे। इस दौरान हुका मंगलिया और खूमचंद मान सिंह दोनों लट्‌ठ लेकर लेपर्ड की तरफ भागे तो उसने पलट दोनों पर हमला कर दिया। लेपर्ड के हमले के बाद दोनों नीचे गिर गए। इस हमले में इनके पीठ और पैर दोनों जख्मी हो गए। इस पर उन्हें कुशलगढ़ अस्पताल लाया गया।

यह पूरा घटनाक्रम करीब दो घंटे तक चला। लेपर्ड को गांव से भगाने के लिए छतों और खेतों में ग्रामीण शामिल हो गए थे। ढोल-थाली बजाकर लेपर्ड को आबादी क्षेत्र से भगाने का भी प्रयास किया लेकिन वे सफल नहीं हो सके। बताया जा रहा है कि देर शाम लेपर्ड फसलों के बीच से गायब हो गया। हालांकि ग्रामीण इस हादसे के बाद अब भी डरे हुए है।