राजस्थान विधानसभा में BJP का हंगामा, गहलोत सरकार ने पेश किया विश्‍वास प्रस्‍ताव, मंत्री बोले- यहां न शाह की चली, न तानाशाही

राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही 2 घंटे स्थगित रहने के बाद दोपहर 1 बजे फिर शुरू हुई। संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने विश्वास मत प्रस्ताव रखा। इस पर बहस जारी है। धारीवाल ने कहा कि राजस्थान में न तो किसी शाह की चली, न तानाशाही की। मंत्री शांति धारीवाल ने सदन में कहा, 'अमित शाह हिसाब मांग कर रहेगा, छोड़ेगा नहीं'। इस पर राजेंद्र राठौड़ ने आपत्ति जताई और कहा कि इस तरह केंद्रीय गृहमंत्री का नाम नहीं लिया जा सकता। इस पर मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि बात साफ है, पैसा दिया था तो हिसाब मांगा ही जाएगा।

धारीवाल की बड़ी बातें-

- अकबर को महाराणा प्रताप ने नाकों चने चबवा दिए थे। इसी तरह जब भाजपा सभी जगह सरकारें गिराकर राजस्थान पहुंची तो वीर सपूतों ने अशोक गहलोत के नेतृत्व में छठी का दूध याद दिला दिया।

- भाजपा ये कहती है कि कांग्रेस ने विधायकों की बाड़ेबंदी की, अगर ये बाड़ेबंदी है तो आपने जो विधायक गुजरात भेजे थे, वे क्या रासलीला रचाने के लिए भेजे थे?

- महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा ने आधी रात को राष्ट्रपति को जगा दिया। जिस दिन फडणवीस की सरकार गिरी, उस दिन मोटा भाई और छोटा भाई को इस्तीफा दे देना चाहिए था।

उधर, भाजपा ने सुर बदलते हुए कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाएगी। बीजेपी नेता गुलाबचंद कटारिया ने स्‍पष्‍ट किया है कि उनकी पार्टी अविश्‍वास प्रस्‍ताव नहीं लाएगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि राजस्थान की जनता, कांग्रेस विधायकों की एकजुटता और सत्य की जीत होगी।