राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों पर 7 दिसंबर को हुए विधानसभा चुनाव में ईवीएम अनियमितता देखने को मिली है, जहां बारां जिले में हाईवे पर बैलेट यूनिट पड़ी मिली है। यह बैलेट यूनिट गांवगावों को शुक्रवार रात शाहबाद शहर के पास हाईवे पड़ी हुई दिखी थी। हालांकि, बाद में अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि BBAUD41390 नंबर की वह यूनिट अतिरिक्त थी, जिले जिला प्रशासन की निगरानी में जिला वेयरहाउस लाया जा रहा था। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में ईवीएम अनियमितता की कई घटनाएं सामने आने के बीच राजस्थान में बैलेट यूनिट सड़क पर पड़ी मिलने पर और सवाल उठने लगे। मध्य प्रदेश में सबसे पहले ईवीएम अनियमितता की घटना देखने को मिली थी, जहां कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने चुनाव आयोग में शिकायत की थी कि मतदान के दो दिन बाद सागर जिला कलेक्टर ऑफिस में एक बिना रजिस्ट्रेशन वाली स्कूल बस में ईवीएम लाई गई थीं। उन्होंने इनके साथ छेड़छाड़ होने की संभावना जताई थी। दो अधिकारी सस्पेंड
एक चुनाव अधिकारी ने बताया, 'यह रिजर्व कैटेगरी की बैलेट यूनिट थी, जिसका इस्तेमाल चुनाव में नहीं हुआ। इसे ईवीएम मशीनों के साथ शाहबाद तहसील ऑफिस ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में यह गाड़ी से गिर गई।' न्यूज एजेंसी एएनआई ने जिला चुनाव अधिकारी एसपी सिंह के हवाले से लिखा है कि दो चुनाव अधिकारी अब्दुल रफीक और नवल सिंह को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया गया। और इस बैलेट यूनिट को जिला मुख्यालय स्थित स्ट्रॉंग रूम में रख दिया गया।
7 दिसंबर को तेलंगाना में भी वोटिंग हुई है। इनकी मतगणना मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के साथ 11 दिसंबर को होगी। बता दें, विपक्षी पार्टियां ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का मुद्दा कई बार उठा चुकी हैं। कई पार्टियों ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है। लेकिन चुनाव आयोग का कहना है कि ईवीएम सुरक्षित हैं और उनके साथ छेड़छाड़ संभव नहीं है।