शुक्रवार को जयपुर में अलवर गैंगरेप केस को लेकर भीम आर्मी ने मार्च निकाला और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अलवर गैंगरेप केस में लापरवाही बरतने वालें पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विरोध मार्च को अलबर्ट हॉल से शुरू होकर मुख्यमंत्री आवास तक पहुंचना था, लेकिन उससे पहले ही उन्हें सिविल लाइन्स फाइट पर पुलिस ने रोक दिया। हालात को काबू में करने के लिए भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
बता दें कि भीम आर्मी की ओर से अलवर गैंगरेप को लेकर जयपुर बंद का आह्वान किया गया था। आर्मी चीफ चंद्रशेखर की अगुवाई में शुक्रवार को बड़ी संख्या में युवा जयपुर की सड़कों पर उतर आए। इस प्रदर्शन को लेकर जयपुर पुलिस ने भी खास बंदोबस्त करते हुए अतिरिक्त जवानों को सुरक्षा-व्यवस्था में तैनात किया था। उधर, अलवर गैंगरेप मामले में सरकार ने प्रशासनिक जांच के आदेश दिए हैं। प्रकरण की जांच जयपुर संभागीय आयुक्त को सौंपी गई और गृह विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। संभागीय आयुक्त को 10 दिन में रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। संभागीय आयुक्त गैंगरेप मामले में पुलिस अधिकारियों की लापरवाही की जांच करेंगे। जांच में दोषी अधिकारियों की जिम्मेदारी को तय किया जाएगा।
अलवर गैंगरेप का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, कहा- हां, गलती हो गई
राजस्थान के अलवर गैंगरेप केस में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने सभी छह आरोपियों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। गुरुवार सुबह गैंगरेप में शामिल हंसराज की गिरफ्तारी हुई थी और शाम तक मुख्य आरोपी छोटेलाल गुर्जर को भी पुलिस ने दबोच लिया। गैंगरेप करने वाले पांचों अरोपियों के साथ इस मामले में अश्लील वीडियो वायरल करने वाले युवक समेत 6 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस की गिरफ्त में जब गुरुवार को आरोपी हंसराज से पूछा गया कि ऐसी शर्मनाक हरकत तुम ने की थी? तो उसने गर्दन हिलाते हुए कहा, 'हां गलती हो गई'। रेप के आरोपी के इस कबूलनामे के आधार पर अब पुलिस कार्रवाई करेगी और कानूनी शिकंजा और मजबूती से कसना तय है।