
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी गुरुवार, 15 मई 2025 को बिहार के दरभंगा पहुंचे। वे अंबेडकर छात्रावास में एक कार्यक्रम के तहत छात्रों को संबोधित करना चाहते थे, लेकिन प्रशासन की ओर से उन्हें ऐसा करने से रोकने की कोशिश की गई। बिना इजाजत के भी राहुल गांधी पैदल ही छात्रावास पहुँच गए। वहां उन्होंने छात्रों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें कोई भी ताकत रोक नहीं सकती।
राहुल गांधी ने इस मौके पर कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्पष्ट कहा है कि उन्हें जातिगत जनगणना करानी ही पड़ेगी। संविधान को सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं रखा जा सकता, उसे व्यवहार में उतारना पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी ने डर के चलते जाति जनगणना की इजाजत दी है। साथ ही राहुल गांधी ने यह भी कहा कि यह सरकार अडानी और अंबानी की है, जनता की नहीं।
अपने संबोधन में राहुल गांधी ने कहा कि प्रशासन ने उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे पीछे के रास्ते से अंबेडकर छात्रावास पहुँच गए। उन्होंने दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा और आदिवासी वर्ग की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन वर्गों के साथ 24 घंटे अन्याय होता है। उन्हें शिक्षा के अवसरों से वंचित किया जाता है, और पेपर लीक जैसे मामलों से उन्हें जानबूझकर हाशिए पर धकेला जाता है।
राहुल गांधी ने आगे कहा, “हमने तीन मुख्य मांगें रखी हैं। पहली मांग है कि देशभर में जातिगत जनगणना होनी चाहिए, जैसा कि हमने तेलंगाना में किया है। दूसरी मांग है कि देश के कानून के अनुसार प्राइवेट कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में आरक्षण लागू किया जाना चाहिए। लेकिन न तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न ही बिहार की सरकार इस कानून को लागू कर रही है। तीसरी बात, हमें उन्हें मजबूर करना होगा कि वे इन मुद्दों पर कदम उठाएं। जिस तरह से मैं आज यहां पहुंचा, मुझे रोक नहीं पाए, उसी तरह उन्हें भी रोक नहीं पाएंगे।”