राहुल गांधी ने ली लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी, अमेठी के लिए स्मृति को दी बधाई

आम चुनाव 2019 के रुझानों ने यह तय कर दिया है कि नरेंद्र मोदी एक बार फिर सरकार बनाने जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत करते हुए पार्टी के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी ली है। राहुल गांधी ने कहा कि सबसे पहले वो पीएम नरेंद्र मोदी को बधाई देते हैं। राहुल गांधी ने कहा, 'यह दो विचारधाराओं की लड़ाई है। हम दो अलग-अलग सोच हैं, लेकिन यह मानना पड़ेगा कि इस इलेक्शन में नरेंद्र मोदी और बीजेपी जीते हैं। मैं उन्हें बहुत-बहुत बधाई देता हूं।' यही नहीं नतीजे के ऐलान से पहले ही उन्होंने अपने परंपरागत गढ़ अमेठी में हार को स्वीकार करते हुए स्मृति इरानी को जीत की बधाई दी।

इसके साथ ही राहुल गांधी ने नतीजों को लेकर किसी तरह का सवाल उठाने से इनकार करते हुए कहा, 'मैं देश के लोगों के निर्णय पर किसी तरह का सवाल नहीं उठाना चाहता और मैं जनादेश का पूरा सम्मान करता हूं।' बेरोजगारी और इकॉनमी जैसे मुद्दों को तरजीह देने को गलती के सवाल पर राहुल ने कहा कि आज मैं यह नहीं कहना चाहता हूं। यह इस बात का समय नहीं है।

राहुल गांधी से जब यह पूछा गया कि क्या वो इसे अपनी हार मानते हैं तो उसके जवाब में उन्होंने कहा कि यह एक वैचारिक लड़ाई है जो आगे जारी रहेगी। चुनाव प्रचार के दौरान जिन विचारों को उन्होंने रखा था उस विचार को आगे बढ़ाएंगे।

इसके साथ ये भी कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान जिस तरह से उनके और गांधी परिवार पर हमला किया गया उसका जवाब वो प्यार से दे रहे थे। वो किसी भी हमले का जवाब प्यार से ही देंगे। उनके लिए यह माएने नहीं रखता है कि हमला करने का अंदाज कितना तीखा और बदरंग है।

राहुल बोले, कुछ भी हो जाए प्यार से ही दूंगा जवाब


प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने हार की जिम्मेदारी को लेकर सवाल पूछा तो राहुल ने कहा कि इसकी शत-प्रतिशत जिम्मेदारी मैं लेता हूं। राहुल ने कांग्रेस की राजनीति को पॉजिटिव करार देते हुए कहा कि बहुत लंबा कैंपेन था और मैंने एक लाइन रखी थी कि मेरे ऊपर जो भी गलत शब्द इस्तेमाल किए जाएं, मैं प्यार से जवाब दूंगा। चाहे कुछ भी हो जाए, मैं जवाब में प्यार से ही बोलूंगा।

राहुल गांधी से जब पूछा गया कि अमेठी के बारे में वो क्या कहना चाहते हैं। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वो स्मृति ईरानी को बधाई देना चाहते हैं। वो उनकी जीत पर उन्हें मुबारकबाद देते हैं। अमेठी को उनको सौंप दिया है और अब वहां की जनता का सेवा करें।