राफेल को भारत लाने वाले वो हीरो, जिन पर गर्व कर रहा पूरा देश

चीन के साथ विवाद के बीच भारत की ताकत को कई गुना बढ़ाने वाले राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप ने भारतीय वायुसीमा में प्रवेश कर लिया है। कंट्रोल रूम ने उन्हें ऑल द बेस्ट कहा। थोड़ी देर में विमान अंबाला एयरबेस पहुंच जाएंगे। जहां राफेल के आगमन को लेकर तैयारियां चल रही हैं। इन्हें रिसीव करने के लिए खुद वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया मौजूद रहेंगे।

अंबाला में विमानों के स्वागत के लिए खास तैयारी है, साथ ही वायुसेना की ताकत बढ़ने से देश का जोश भी बढ़ा है। इस बीच जो भारतीय वायुसेना के पायलट इन विमानों को भारत ला रहे हैं, उनके घर और गांव में गर्व का माहौल है।

विंग कमांडर अभिषेक त्रिपाठी राफेल को अंबाला लाएंगे। उनका परिवार जयपुर में रहता है, जहां वो बड़े हुए और अपनी पढ़ाई पूरी की। लेकिन उनके पैतृक गांव हरदोई में भी खुशी का माहौल है और हर कोई उनपर गर्व कर रहा है। यहां रहने वाले रिश्तेदारों ने अभिषेक की तारीफ की और गर्व जताया।

इनके अलावा राफेल विमान को लेकर फ्रांस और भारत के बीच डील करवाने, वक्त पर इन विमानों की डिलीवरी कराने में जम्मू-कश्मीर के रहने वाले एयर कॉमोडोर हिलाल अहमद की भी जमकर तारीफ हो रही है। वो फ्रांस में भारतीय वायुसेना से अटैच हैं, डील करवाने में उनका काफी अहम योगदान रहा।

राफेल युद्ध के समय अहम भूमिका निभाने में सक्षम है। हवाई हमला, जमीनी समर्थन, वायु वर्चस्व, भारी हमला और परमाणु प्रतिरोध ये सारी राफेल विमान की खूबियां हैं। तकनीक में उन्नत यह विमान हवाई निगरानी, ग्राउंड सपोर्ट, इन डेप्थ स्ट्राइक, एंटी-शर्प स्ट्राइक और परमाणु अभियानों को अंजाम देने में दक्ष है। इसमें मल्टी मोड रडार लगे हैं।

राफेल एक मिनट में करीब 60 हजार फुट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। इससे भारतीय वायुसेना के आधुनिकीकरण को गति मिलेगी। अभी तक भारतीय वायुसेना का मिग विमान अचूक निशाने के लिए जाना जाता था, लेकिन राफेल का निशाना इससे भी ज्यादा सटीक होगा। राफेल विमान फ्रांस की कंपनी द्वारा बनाया गया दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है।