ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार देर रात 96 साल की उम्र में निधन हो गया। वे कुछ समय से बीमार चल रही थीं और डॉक्टरों की निगरानी में थीं। महारानी स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में रह रही थीं। यहीं उन्होंने अंतिम सांस ली। शाही परिवार ने बताया था कि महारानी Episodic Mobility की दिक्कत से जूझ रही थीं। इस बीमारी में मरीज को खड़े होने और चलने में परेशानी होती है। उन्हें 19 फरवरी 2022 को कोरोना भी हुआ था। वे सबसे लंबे समय तक (70 साल) ब्रिटेन की क्वीन रहीं। अब प्रिंस विलियम 40 साल की उम्र में ब्रितानी सिंहासन के उत्तराधिकारी बन गए हैं। उनके पिता प्रिंस चार्ल्स (73 साल) अब किंग हो गए हैं। चार्ल्स ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूजीलैंड सहित 14 अन्य क्षेत्रों के भी प्रमुख बन गए हैं। शाही परिवार के नियमों के मुताबिक चार्ल्स को ही एलिजाबेथ द्वितीय के जाने के बाद बागडोर संभालनी थी।
जानकारी के लिए बता दें कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने मात्र 25 साल की उम्र में सत्ता संभाल ली थी। उनके पिता King George VI के निधन के बाद ही एलिजाबेथ महारानी बना दी गई थीं। 70 सालों तक उन्होंने शासन किया और कई प्रधानमंत्री बनते-गिरते देखे। महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बाद अब उनके बड़े बेटे चार्ल्स के सिर बड़ी जिम्मेदारी आ गई है। नियमों के मुताबिक एलिजाबेथ के निधन के तुरंत बाद ही चार्ल्स को नया राजा घोषित कर दिया गया है। लंदन के St James's Palace में वरिष्ठ सांसदों, सिविल सर्वेंट्स, मेयर के बीच औपचारिक तौर पर चार्ल्स को राजा बना दिया जाएगा। आपको बता दे, राजा बने चार्ल्स के शौक हमेशा से सुर्खियों में रहे हैं। उन्हें गाड़ियों का काफी शौक है, उनके पास एक बेहतरीन कलेक्शन भी है। बड़ी बात ये है कि वे एक पर्यावरण प्रेमी भी हैं, ऐसे में उनकी जो एस्टन मार्टिन कार है वो पेट्रोल या डीजल से नहीं बल्कि वाइन से चलती है। एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म की शूटिंग के दौरान चार्ल्स ने ये भी खुलासा किया था कि उनकी शाही ट्रेन भी कुकिंग ऑयल से चलती है।