कांग्रेस हाईकमान ने CM कैप्टन से मांगा इस्तीफा, कुर्सी से हटाए जाने पर अमरिंदर की पार्टी छोड़ने की चेतावनी

पंजाब कांग्रेस में मचा घमासान अब इस हद तक बढ़ गया है कि अब कैप्टन अमरिंदर सिंह की CM की कुर्सी जाती दिख रही है। मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस हाईकमान ने कैप्टन से इस्तीफा मांग लिया है। इसके अलावा शाम को होने वाली विधायक दल की बैठक में नया नेता चुनने का आदेश भी दे दिया है। यह बैठक शाम 5 बजे चंडीगढ़ स्थित पंजाब कांग्रेस भवन में होने वाली है। इससे पहले पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। जिसके बाद रावत ने शुक्रवार आधी रात को सोशल मीडिया पर विधायक दल की मीटिंग के बारे में जानकारी दी है। इस मीटिंग में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर अजय माकन और हरीश चौधरी भी मौजूद रहेंगे और पूरी रिपोर्ट तैयार कर हाईकमान को भेजेंगे। इस बैठक का पता चलते ही कैप्टन ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ व सांसद मनीष तिवारी से बात की। सूत्रों की मानें तो कैप्टन ने आज ही पूरी कलह खत्म करने को कहा है। कैप्टन ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर उन्हें CM पद से हटाया गया तो वो पार्टी भी छोड़ देंगे। उन्होंने यह संदेश पार्टी हाईकमान तक पहुंचाने के लिए कहा है। इससे पहले सिद्धू के रणनीतिक सलाहकार मुहम्मद मुस्तफा ने साढ़े 4 साल बाद कांग्रेसी CM चुनने के मौके का बड़ा बयान दिया है।

अब बड़ा सवाल यह हो गया है कि सम्मानजनक विदाई के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह इस्तीफा देंगे या फिर विधायक दल की बैठक में ही अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेंगे। कैप्टन ने करीब 2 बजे अपने खेमे की बैठक बुलाई है और विधायकों को वहां आने को कहा है। हालांकि उनके खेमे के विधायक उनसे किनारा करने लगे हैं। कैप्टन के करीबी राजकुमार वेरका ने कहा कि वो शाम को CLP की बैठक में ही जाएंगे।

इसी बीच प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू के रणनीतिक सलाहकार पूर्व DGP मुहम्मद मुस्तफा ने ट्वीट के जरिए कहा कि पंजाब के विधायकों के पास साढ़े 4 साल बाद कांग्रेसी CM चुनने का मौका है। साफ तौर पर उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह के कांग्रेसी होने को ही नकार दिया। मुस्तफा बोले कि 2017 में पंजाब ने कांग्रेस को 80 MLA दिए। इसके बावजूद कांग्रेसियों को आज तक कांग्रेसी CM नहीं मिला। मुस्तफा ने यहां तक कहा कि करीब साढ़े 4 साल में कैप्टन ने पंजाब और पंजाबियत के दर्द को दिल से नहीं समझा। मुस्तफा ने कहा कि 80 में से 79 (कैप्टन को छोड़कर) विधायकों के पास सम्मान पाने व जश्न मनाने का मौका है।