पुणे पोर्श दुर्घटना: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, मैंने शीर्ष पुलिस अधिकारी को एक भी कॉल नहीं किया

मुम्बई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को इस बात से इनकार किया कि उन्होंने पोर्श दुर्घटना मामले में पुणे पुलिस आयुक्त को फोन किया था। पीटीआई ने पवार के हवाले से बताया, मैं अक्सर कई मुद्दों पर पुलिस आयुक्त को फोन करता हूं, लेकिन मैंने इस मामले में उन्हें एक भी फोन नहीं किया।

ज्ञातव्य है कि 19 मई 2024 की सुबह पुणे के कल्याणी नगर में दो सॉफ्टवेयर इंजीनियर अनीश अवधिया और अश्विनी कोष्टा की मौत हो गई, जब कथित तौर पर नशे में धुत एक किशोर द्वारा चलाई जा रही पोर्श ने उन्हें टक्कर मार दी।

पवार ने अपनी पार्टी के विधायक सुनील टिंगरे का भी बचाव किया, जिन पर यह सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने का आरोप है कि किशोर को पुलिस से अनुकूल व्यवहार मिले।

उन्होंने कहा, सुनील टिंगरे उस इलाके के विधायक हैं, जहां यह घटना हुई। जब भी ऐसी घटनाएं होती हैं, तो स्थानीय विधायक अक्सर घटनास्थल का दौरा करते हैं। क्या सुनील टिंगरे ने मामले को दबाने की कोशिश की? उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं।

अजित पवार ने कहा कि उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, जो गृह विभाग के प्रमुख हैं, ने दुर्घटना के अगले दिन पुणे पुलिस को गहन जांच करने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा, यहां तक कि मुख्यमंत्री (एकनाथ शिंदे) ने भी सही निर्देश दिए हैं। उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई जिन्होंने शुरू में प्रक्रिया में देरी की। ससून जनरल अस्पताल के जो लोग इस मामले में शामिल थे, उन्हें भी पुलिस कार्रवाई का सामना करना पड़ा है।

किशोर को 5 जून तक निगरानी गृह में रखा गया है। उसके पिता विशाल अग्रवाल और दादा सुरेंद्र अग्रवाल को परिवार के ड्राइवर का अपहरण करने और उस पर दोष अपने ऊपर लेने का दबाव बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। दोनों फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। परिवार के चौथे सदस्य के रूप में नाबालिग की माँ को रक्त नमूने में हेरफेर करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी आज 1 जून को हुई है।

ससून अस्पताल के दो डॉक्टरों और एक कर्मचारी को भी नाबालिग के रक्त के नमूने उसकी मां के नमूने से बदलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है ताकि यह दिखाया जा सके कि दुर्घटना के समय वह नशे में नहीं था।

आरोपी किशोर की मां को पुणे पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि दुर्घटना की जांच में पता चला है कि किशोर के रक्त के नमूने उसकी मां के रक्त के नमूनों से बदल दिए गए थे।