चुनाव आयोग को प्रियंका गांधी ने दिया नोटिस का जवाब, आप ने माँगा और समय

नई दिल्ली। चुनाव आयोग द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन का आरोपी मनाते हुए कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को नोटिस जारी किया था। जारी किए गए नोटिसों में से प्रियंका गांधी ने चुनाव आयोग को अपना जवाब पेश कर दिया है और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने चुनाव आयोग से 20 नवम्बर तक का समय माँगा है। चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं को 16 नवंबर की शाम तक कारण बताओ नोटिस का जवाब देने के लिए कहा था।

इस सप्ताह की शुरुआत में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए चुनाव आयोग ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं को यह नोटिस भारतीय जनता पार्टी की शिकायत पर जारी किया था। हालांकि, अभी इस पूरे मामले में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

प्रियंका गांधी ने क्या कहा था?


मध्य प्रदेश के सांवेर में एक सार्वजनिक रैली के दौरान प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में ‘असत्यापित और गलत बयान’ दिया था। जिसको लेकर चुनाव आयोग ने उनको नोटिस जारी किया था। प्रियंका गांधी ने कहा था, ‘मिस्टर मोदी, आपने उस BHEL का क्या किया जिससे हमें रोजगार मिला, जिससे देश आगे बढ़ा? मोदी जी, हमें बताएं कि आपने इसे किसे दिया? आपने इसे बड़े उद्योगपति मित्रों को क्यों दिया?”

AAP ने पीएम मोदी को लेकर क्या किया था ट्वीट?

AAP को पार्टी के आधिकारिक हैंडल से मोदी के खिलाफ पोस्ट किए गए दो ट्वीट्स को “स्पष्ट” करने का निर्देश दिया गया था। एक ट्वीट में AAP ने व्यवसायी गौतम अडानी की कठपुतली होने के लिए मोदी का मजाक उड़ाया था, जबकि दूसरे ट्वीट में पीएम मोदी और गौतम अडानी की तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए लिखा गया था, ‘मैं, नरेंद्र मोदी जनता के लिए नहीं, अपने मालिक के लिए काम करता हूं।’

दोनों नोटिसों में, चुनाव आयोग ने “प्रचार के दौरान सार्वजनिक चर्चा के गिरते स्तर” के संबंध में अपने मई 2023 के निर्देश को दोहराया। वाड्रा के खिलाफ 14 नवंबर का कारण बताओ नोटिस पिछले तीन हफ्तों में जारी किया जाने वाला दूसरा नोटिस था। समझा जाता है कि वाड्रा ने 26 अक्टूबर को जारी पिछले नोटिस का जवाब तय समय सीमा के भीतर दिया था।