मंत्रियों को PM मोदी के निर्देश, आस्था दिखाएँ, लेकिन एग्रेशन नहीं

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में मंत्रियों को कई सख्त निर्देश दिए। प्रधानमंत्री मोदी ने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर मंत्रियों को खासकर सचेत किया। मीटिंग में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने साफ-साफ कहा कि आस्था दिखाएं, लेकिन एग्रेशन नहीं।

सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मंत्रियों को किसी भी तरह की बयानबाजी से बचने की नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को सरकार की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। इस दौरान प्रधानमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि वो अपने-अपने क्षेत्र में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, इसका ख्याल रखें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने-अपने इलाके के लोगों को 22 जनवरी के बाद ही रामलला के दर्शन करवाने लेकर जाएं। दरअसल 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा है, जिसमें देश के चुने हुए लोगों को न्योता दिया गया है। इसके बाद भी ऐसी संभावना है कि भारी संख्या में लोग अयोध्या पहुंच सकते हैं, जिसको देखते हुए पीएम मोदी ने अपने मंत्रियों को ऐसे निर्देश दिए हैं।

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में किसे गया बुलावा

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा में 125 संत परंपराओं के संत-महात्मा उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा 13 अखाड़ों तथा 6 सनातन दर्शन के धर्माचार्य भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शिरकत करेंगे। देश के विभिन्न क्षेत्रों, जैसे- खेल, मनोरंजन, विज्ञान, न्याय और अन्य क्षेत्रों से ढ़ाई हजार लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है। इसके लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। चंपत राय के मुताबिक 50 देशों से करीब 100 मेहमान भी अयोध्या पहुंचेंगे।

देश ही नहीं विदेश में भी होगा लाइव प्रसारण

देश के सभी राज्यों के अलावा, राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा का प्रसारण विदेशों में विभिन्न भारतीय दूतावासों में भी किया जाएगा। अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में टाइम्स स्क्वायर पर 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण होगा। ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश-विदेश के सभी रामभक्तों को संबोधित करेंगे।