दो दिवसीय दौरे पर दक्षिण कोरिया गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दक्षिण कोरिया की नेशनल सेमिटेरी (National Cemetery) में दिवंगत सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने दक्षिण कोरिया की नेशनल सेमिटेरी पहुंच कर दिवंगत सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की, जहां करीब 1,65,000 सैनिकों के अवशेष दफन हैं। इनमें कोरियाई स्वतंत्रता संग्राम, कोरियाई युद्ध और वियतनाम युद्ध में शहीद होने वाले दक्षिण कोरिया के जवान भी शामिल हैं। इसका निर्माण 1956 में कराया गया था।
सियोल में प्रधानमंत्री मोदी ने पुलवामा हमले का भी जिक्र किया और इस पर संवेदना व्यक्त करने और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग के लिए दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति का आभार जताया। दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में एक MoU पर भी हस्ताक्षर हुआ है, जिसका उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इससे आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों का एजेंडा और मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया के साथ भारत की बढ़ती साझेदारी का महत्वपूर्ण हिस्सा रक्षा क्षेत्र है।
इससे पहले प्रधानमंत्री का यहां 'ब्ल्यू हाउस' में औपचारिक स्वागत किया गया, जहां दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन और प्रथम महिला किम जुंग-सूक भी मौजूद थीं। पीएम मोदी को शुक्रवार को ही सियोल शांति पुरस्कार प्रदान किया जाएगा, जिसका ऐलान सियोल शांति पुरस्कार फाउंडेशन ने अक्टूबर 2018 में किया था। पीएम मोदी ने इसे देश की 130 करोड़ जनता और दुनिया के विभिन्न देशों में रहने वाले भारत के करीब तीन करोड़ लोगों का सम्मान बताया है।
बता दे कि 'ब्ल्यू हाउस' दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास है, जहां उनका कार्यकारी दफ्तर भी होता है।
बता दे, पीएम मोदी दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के निमंत्रण पर यहां पहुंचे हैं। अपने दौरे के पहले दिन गुरुवार को पीएम मोदी ने सियोल की प्रतिष्ठित योनसेई यूनिवर्सिटी में राष्ट्रपति महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा अनावरण किया थ। इस मौके पर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन और संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की-मून भी मौजूद थे।